उत्तराखण्ड़ के लोकपर्व हरेला दिवस के अवसर पर विकास खण्ड़ कल्जीखाल के ग्राम दिवई में प्रमुख बीना राणा ने फलदार पौधों का रोपण कर हरेला कार्यक्रम का शुभारम्भ किया उनका दिवई ग्राम पहुंचने पर प्रधान ग्राम पंचायत दिवई अनीता देवी एवं ग्राम वासियों ने ढोल-दमाऊ एवं फूल मालाओं से प्रमुख का स्वागत किया। इस कार्यक्रम में प्रमुख बीना राणा ने मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया।
आयोजित कार्यक्रम में ग्राम वासियों एवं जन प्रतिनिधियों ने 300 फलदार पौधों का रोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। अपने सम्बोधन में प्रमुख ने कहा कि हमें प्रकृति पर्यावरण संरक्षण एवं सम्वर्द्वन के लिये पेड़ लगाने चाहिये। इस बार विकास खण्ड़ में एक सप्ताह में 50000 फलदार पौध लगाने का लक्ष्य रखा है जिससे आम आदमी की आय में वृद्धि हो सके तथा हमारे युवाओं के लिये रोजगार के अवसर प्राप्त हो सके।
वही लंगूरी ग्राम पंचायत में आयोजित लोक पर्व हरेला कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रमुख राणा ने भी आम के पौध का रोपण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया.. ग्राम लंगूरी पहुँचने पर ग्राम वासियों स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने प्रमुख का ढोल दमाऊ एवं फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया। उन्होंने कहा कि जीवन को खुशहाल रखने के लिए प्रर्यावरण का सरंक्षण जरूरी है। इसलिए सभी को समय-2 पर पौध रोपण कर इनका संरक्षण करना चाहिए। अब तक की प्रगति को देखने से पौध रोपण तो बहुत हो गए हैं, लेकिन हम जिन पेड़ पौधों को लगा रहे है उनकी देख रेख करना आवश्यक है। यह संरक्षण तभी फलीभूत होगा जब हम सब मिलकर पौधों के संरक्षण के प्रति संकल्पित होंगे।
उन्होंने कहा कि मेरा सुझाव है कि प्रत्येक परिवार अपने घरों के आगे फलदार पौधों का रोपण करें। आपको आम, लीची, अमरूद, संतरा, माल्टा नींबू आंवला के फलदार पौध उपलब्ध कराई जायेगी। हमें पौधों की देखभाल अपने बच्चों की तरह करनी चाहिए। आज वृक्षारोपण के दौरान आम, ऑवला, रूद्राक्ष, तेजपत्ता आदि पौधों का रोपण किया गया। हरेला के अन्तर्गत द्वारिखाल विकासखण्ड में इस माह 58000 अठ्ठावन हजार पौध लगाने का लक्ष्य रखा है, इस फलदार पौधों से प्रत्येक परिवार की आय में वृद्धि होगी तथा युवाओं को रोजगार भी मिलेगा