द्वारहाट BJP विधायक महेश नेगी और उनकी पत्नी की मुश्किलें बढ़ीं, ACJM कोर्ट ने दिया FIR दर्ज करने का आदेश ओर देहरादून मे हुवा मुकदमा दर्ज
इससे पहले नैनीताल हाई कोर्ट ने शुक्रवार को बीजेपी विधायक महेश नेगी पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली महिला की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी. पीड़ित महिला ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर अपने खिलाफ देहरादून के नेहरू कॉलोनी थाने में विधायक की पत्नी द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर निरस्त करने व गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग की थी.
देहरादून:
अल्मोड़ा जिले के द्वारहाट असेंबली सीट से भाजपा विधायक महेश नेगी पर लगे यौन शोषण के मामले में शनिवार को अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-पंचम (Additional Chief Judicial Magistrate-5th) ने एफआईआर दर्ज करने का आदेश दे दिया.
पीड़िता के अधिवक्ता एसपी सिंह ने यह जानकारी दी. उनके मुताबिक पीड़ित महिला की याचिका पर सुनवाई करते हुए एसीजेएम कोर्ट ने विधायक महेश नेगी और उनकी पत्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का फैसला सुनाया. आपको बता दें कि महेश नेगी पर रेप व उनकी पत्नी रीता नेगी पर पैसे लेकर प्रमोशन देने का आरोप लगा है. दोनों पर सीआरपीसी की धारा 156, 3 के तहत मुकदमा दर्ज होगा.
सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा के पहाड़ी विधायक महेश नेगी पर देर रात मुकदमा दर्ज हो गया था
इससे पहले नैनीताल हाई कोर्ट ने शुक्रवार को बीजेपी विधायक महेश नेगी पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली महिला की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी. पीड़ित महिला ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर अपने खिलाफ देहरादून के नेहरू कॉलोनी थाने में विधायक की पत्नी द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर निरस्त करने व गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग की थी. पीड़िता की याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस रविन्द्र मैठाणी की एकलपीठ ने उसकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दिया, साथ ही मामले की अगली सुनवाई 14 अक्टूबर के लिए तय की. आपको बता दें कि विधायक महेश नेगी की पत्नी रीता नेगी ने 9 अगस्त को पीड़ित महिला के खिलाफ ब्लैकमेलिंग करने के आरोप में देहरादून के नेहरू कॉलोनी थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी.
रीता नेगी ने महिला पर 5 करोड़ रुपए की मांग करने और न देने पर उनके पति विधायक महेश नेगी को दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाने की धमकी देने का आरोप लगाया था. उधर महिला ने भी विधायक महेश नेगी के खिलाफ काउंटर एफआईआर फाइल करा दिया. महिला ने अपनी एफआईआर में द्वारहाट भाजपा विधायक पर उसका यौन शोषण करने का आरोप लगाया था. साथ ही दावा किया था कि विधायक से उसकी एक बच्ची भी है. महिला ने कोर्ट से अपनी बेटी और विधायक का डीएनए टेस्ट कराकर सच्चाई सामने लाने की बात कही थी. विधायक महेश नेगी ने महिला पर राजनीति षड़यंत्र के तहत उनको फंसाने का आरोप लगाया था. उन्होंने अपने खर्च पर महिला की पॉलीग्राफी टेस्ट कराने की मांग की थी.