रुद्रप्रयाग: ऋषिकेश-बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर रुद्रप्रयाग मुख्य बाजार से करीब दो-ढाई किमी आगे एक पुश्ता ध्वस्त हो गया. निर्माणदायी संस्था आरसीसी ने हाल ही में सड़क चौड़ीकरण के दौरान पुश्ते का नवनिर्माण किया था, लेकिन बिना बरसात के ही नए पुश्ते के ध्वस्त होने से निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
एक ओर चारधाम यात्रा को सुरक्षित और सरल बनाने को केन्द्र सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है. वहीं दूसरी तरफ ठेके पर काम कर रही निर्माणदायी कंपनियां कार्यों की गुणवत्ता पर पलीता लगाने का कार्य कर रही हैं. यहां तिलनी के समीप बीते दिनों हाईवे पर करीब बीस मीटर पुश्ता नीचे ढह गया था. हालांकि यहां सड़क पर वाहनों की आवाजाही के लिए खुला है, मगर अभी पुश्ते की मरम्मत शुरू नहीं की गई है.
यदि इस स्थान पर शीघ्र पुश्ते की मरम्मत नहीं की गई तो वाहनों की आवाजाही बढ़ने से खतरा बढ़ सकता है, जबकि बरसात होने पर हाईवे के बचे हुए भाग के ढहने की भी प्रबल संभावना बनी हुई है, जिसके चलते यहां दुर्घटनाओं की संभावनाओं से भी इनकार नहीं किया जा सकता है.
अभी चौड़ीकरण के दौरान हाईवे कई स्थानों पर दुर्घटना संभावित बना हुआ है. हालांकि निर्माण एजेंसियां लगातार अपने कार्य में जुटी तो हैं. मगर निर्माण कार्य शुरू होने के बाद कई वर्ष गुजर जाने के बाद भी अभी तक यह ऑल वेदर प्रोजेक्ट का कार्य पूर्ण नहीं हुआ है, जो विचारणीय विषय बना हुआ है.