श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में 188
जनरल
व 33 आईसीयू बैड आरक्षित

कोरोना की दूसरी लहर के मद्देनज़र अस्पताल प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

 चिकित्सा अधीक्षक ने सभी विभागों के प्रमुखों को एहतियातन इमरजेंसी मोड पर रहने के जारी किये निर्देश

देहरादून।

कोरोना की दूसरी लहर के मद्देनजर श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल प्रशासन ने मरीजों के उपचारर्थ 188 जनरल बैड व 33 आईसीयू बैड आरक्षित कर दिए हैं। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ने अस्पताल के वरिष्ठ डाॅक्टरों, नर्सिंग स्टाफ व पैरामैडिकल स्टाफ के साथ सोमवार को आपात बैठक की। चिकित्सा अधीक्षक ने सभी आवश्यक व्यवस्थाओं का जायजा लिया व आवश्यक दिशा निर्देश जारी किये। सोमवार को चिकित्सा अधीक्षक ने सीएमओ देहरादून के साथ बातचीत की व कोरोना मरीजों के उपचार के लिए एक्शन प्लान तैयार किया। जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग व सरकार के साथ समन्वय बनाकर कोविड मरीजों के उपराचार्थ अस्पताल प्रशासन लगातार बेहतर सिस्टम तैयार कर रहा है। यह जानकारी श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डाॅ अनिल कुमार धवन ने दी।
कोबिलेगौर है कि कोविड की प्रथम लहर में उत्तराखण्ड में श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल कोविड मरीजों को उपचार देने वाला सूबे का सबसे बड़ा प्राईवेट अस्पताल रहा। प्राप्त आंकड़ों के अनुसार दिसम्बर 2020 तक श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में 1090 भर्ती मरीजों को अस्पताल में उपचार दिया गया व हज़ारों कोरोना पाॅजीटिव मरीज़ ओपीडी में लाभार्थी बने।
काबिलेगौर है कि देश भर में कोरोना की दूसरी लहर के बाद उत्तराखण्ड में भी इसका व्यापक प्रभाव दिखने लगा है। पिछले 10 दिनों में देहरादून में भी पाजीटिव मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। चिकित्सा अधीक्षक डाॅ अनिल कुमार धवन ने अस्पताल के इमरजेंसी इंचार्ज, आईसीयू इंचार्जों, नर्सिंग अधीक्षिका, प्रशासनिक अधिकारियों सहित सभी प्रमुख विभागों के विभागाध्यक्षों के साथ बैठक की।
श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के छाती एवम् श्वास रोग विभाग में पल्मोनरी मेडिसन के वरिष्ठ एवम् विशेषज्ञ डाॅक्टरों की बड़ी टीम मौजूद है। विभाग के प्रमुख डाॅ जगदीश रावत ने कहा कि कोविड की पहली लहर के दौरान श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में कोरोना मरीजों को बेहतर से बेहतर उपचार उपलब्ध करवाया गया, कोरोना की दूसरी लहर के मद्देनजर अस्पताल में सभी आवश्यक तैयारियां की गई हैं। कोरोनो के लेकर मरीज़ घबराएं नहीं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जो भी गाइडलाइन जारी की जा रही हैं उनका अनुपालन करें।

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