मनालीः पीएम नरेंद्र मोदी ने दुनिया की सबसे लंबी हाइवे टनल ‘अटल सुरंग’ का उद्घाटन किया। अब यह टनल आम लोगों की आवाजाही के लिए खोल दी जाएगी। इस मौके पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और हिमाचल प्रदेश के मुख्यीमंत्री जय राम ठाकुर भी मौजूद रहे। समुद्र तल से 10,000 फीट ऊंचाई में बनी यह सुरंग लेह को मनाली से जोड़ती है। यह सुरंग भारत और चीन की सीमा से ज्यालदा दूर नहीं है इसलिए रणनीतिक रूप से भी बेहद महत्वपूर्ण है।
उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने कहा…
पीएम मोदी ने हिमाचल में बिताए दिनों को याद किया। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ मोदी अक्सोर यहां आया करते थे। मोदी ने कहा कि आज सिर्फ अटल जी का ही सपना नहीं पूरा हुआ है, आज हिमाचल प्रदेश के करोड़ों लोगों का भी दशकों पुराना इंतजार खत्म हुआ है। मेरा सौभाग्य है कि मुझे आज अटल टनल के लोकार्पण का अवसर मिला है। इस टनल से मनाली और केलॉन्ग के बीच की दूरी 3-4 घंटे कम हो ही जाएगी। पहाड़ के मेरे भाई-बहन समझ सकते हैं कि पहाड़ पर 3-4 घंटे की दूरी कम होने का मतलब क्या होता है।
पीएम मोदी का यूपीए सरकार पर निशाना
पीएम मोदी ने कहा कि वाजपेयी सरकार जाने के बाद इस प्रोजेक्ट् को ठंडे बस्तेभ में डाल दिया गया था। 2002 में अटल जी ने इस टनल के लिए अप्रोच रोड का शिलान्यास किया था। अटल जी की सरकार जाने के बाद इस काम भुला दिया गया था। हालत ऐसे थे कि 2013-14 तक टनल के लिए सिर्फ 1300 मीटर का काम हो पाया था। एक्सपर्ट बताते हैं कि जिस रफ्तार से 2014 में अटल टनल का काम हो रहा था, अगर उसी रफ्तार से काम चला होता तो ये सुरंग साल 2040 में जाकर पूरा हो पाता।
आम लोगों के अलावा हमारे सेना के भाईयों को लाभ हो रहा है। देश की सुरक्षा करने वालों का ख्याल रखना हमारी प्राथमिकता है। वन रैंक वन पेंशन को भी इन लोगों ने पूरा नहीं किया। कागजों में ही दिखाया जाता रहा। मेक इन इंडिया को बढ़ावा दिया जा रहा है। हमें अपने सामरिक सामर्थ को बढ़ाना है। अटल टनल इसी आत्मविश्वास का प्रतीक है।
पीएम मोदी ने दौलत बेग ओल्डी एयरस्ट्रिप को बंद रखने को लेकर भी सवाल उठाए। उन्हों ने कहा, ‘अटल टनल की तरह ही अनेक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स के साथ ऐसा ही व्यवहार किया गया। लद्दाख में दौलत बेग ओल्डी के रूप में सामरिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण एयर स्ट्रिप 40-45 साल तक बंद रही। क्या मजबूरी थी, क्या दबाव था, मैं इसके विस्तार में नहीं जाना चाहता।” पीएम मोदी ने आगे कहा, “अटल जी के साथ ही एक और पुल का नाम जुड़ा है- कोसी महासेतु का। बिहार में कोसी महासेतु का शिलान्यास भी अटल जी ने ही किया था। 2014 में सरकार में आने के बाद कोसी महासेतु का काम भी हमने तेज करवाया। कुछ दिन पहले ही कोसी महासेतु का भी लोकार्पण किया जा चुका है।”