माता मंगला रावत एवं महंत देवेंद्र दास को D.Lit की उपाधि से अलंकृत करेगा दून विश्व विद्यालय
देहरादून, 13 दिसंबर
दून विश्वविद्यालय 15 दिसंबर को होने वाले द्वितीय दीक्षांत समारोह में
माता मंगला जी एवं श्री महंत देवेंद्र दास जी महाराज जी को (गद्दी नशीन, गुरु राम राय दरबार) को डी-लिट की मानद उपाधि से अलंकृत किया जाएगा.
विश्वविद्यालय के इस द्वितीय दीक्षांत समारोह में 2017, 2018, 2019 तथा 2020 के स्नातक (ऑनर्स) एवं परास्नातक (इंटीग्रेटेड) विद्यार्थियों को कुलाधिपति श्री राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह की अध्यक्षता में उपाधियां प्रदान की जाएंगी.
साथ ही पिछले 4 वर्षों के विभिन्न स्नातक एवं परास्नातक के विभिन्न विषयों में सर्वाधिक अंक अर्जित करने वाले 93 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक से सम्मानित भी किया जाएगा.
इस अवसर में उन सभी शोध विद्यार्थियों को पीएचडी एवं एमफिल की उपाधि प्रदान की जाएगी जिनकी मौखिक परीक्षा 30 नवंबर 2021 तक संपन्न हो चुकी है.
दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल ने बताया कि विश्वविद्यालय में 15 दिसंबर को होने वाले दीक्षांत समारोह की थीम इस वर्ष “सशक्त नारी” है और यह पूरी तरीके से नारी सशक्तिकरण हेतु समर्पित है. उन्होंने बताया कि शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सामाजिक जनकल्याण के क्षेत्र में पिछले कई दशकों से उत्कृष्ट एवं उल्लेखनीय योगदान के लिए तथा देश एवं दुनिया में उत्तराखंड को गौरवान्वित करने हेतु हंस फाउंडेशन की मुखिया माता श्री मंगला एवं श्री गुरु राम राय दरबार के महंत श्री देवेंद्र दास जी महाराज को डॉक्टर ऑफ़ लेटर्स की मानद उपाधि से अलंकृत किया जाएगा.
कुलपति ने बताया कि द्वितीय दीक्षांत समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत उपस्थित रहेंगे एवं विद्यार्थियों को अपने संबोधन से प्रेरित करेंगे.
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ मंगल सिंह मंदरवाल ने बताया कि दीक्षांत समारोह के लिए जिन विद्यार्थियों ने पंजीकरण करवाया है उनके लिए दीक्षांत समारोह में प्रतिभाग से 1 दिन पहले यानी कि 14 दिसंबर को ड्रेस रिहर्सल में प्रतिभाग करना अनिवार्य है. विश्वविद्यालय का यह दीक्षांत समारोह का आयोजन हाइब्रिड मोड पर किया जाएगा ताकि देहरादून नगर से बाहर रहने वाले विद्यार्थी ऑनलाइन प्रतिभाग कर सकेंगे.
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दून विश्वविद्यालय के फाइनेंस ऑफिसर श्रीसुनील कुमार रतुड़ी, डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो एच सी पुरोहित, प्रो कुसुम अरुनाचलम, प्रो आरपी ममगईं, प्रो चेतना पोखरियाल,प्रो हर्ष डोभाल, डॉ अरुण कुमार और डॉ राजेश भट्ट उपस्थित रहे