वो गांव के अंधेरे को मिटाना चाहता है
वो कहता है अंधेरे के खिलाफ एकजुट होने का संकल्प लेना है
वो पल पल एक नए उत्तराखंड के निर्माण के लिए प्रयासरत है
वो कहता है कि उत्तराखंड का विकास सिर्फ भाजपा ही कर सकती है
जी हा वो कोई और नही बल्कि
उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी है जो आजकल अस्वस्थता के लगभग डेढ़ वर्ष बाद पहली बार उत्तराखंड प्रवास पर आये हुए है
ओर उन्होंने सबसे पहले अपने मूल गांव पहुंच कर सपरिवार अपने इष्टदेव की पूजा अर्चना की और परिजनों से भेंट की
वो बलूनी ही है कि जब वे घोर अस्वस्थता में बिस्तर पर थे, तब भी उनकी उत्तराखंड के प्रति चिंता और अपना दायित्व बोध उन्हें सक्रिय रखता था।
वो बलूनी ही है जो उत्तराखंड के लिए अभी भी बहुत कुछ करने की बात कहते है
उत्तराखंड में सिर्फ विकास की बात करने वाले बलूनी
डेढ़ वर्ष बाद पहली बार उत्तराखंड प्रवास पर जैसे ही आये उनके पीछे पीछे खुशिया उत्तराखंड चली आई
बता दे कि 26 फरवरी को पूर्णागिरि एक्सप्रेस ओर 3 मार्च को सिद्ध बली एक्सप्रेस का भव्य उद्घाटन होना है
आगामी 26 फरवरी को टनकपुर से नई दिल्ली के बीच चलने वाली पूर्णागिरि एक्सप्रेस और 3 मार्च को कोटद्वार से नई दिल्ली के बीच चलने वाली सिद्ध बली एक्सप्रेस का भव्य उद्घाटन होगा ओर रेल मंत्री पीयूष गोयल इसके वर्चुअल उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि होंगे और टनकपुर रेलवे स्टेशन पर लोकसभा सदस्य अल्मोड़ा अजय टम्टा एवं लोकसभा सदस्य नैनीताल अजय भट्ट उपस्थित रहेंगे वही बलूनी भी आजकल उत्तराखंड में है ऐसे में उम्मीद है कि वे भी इस कार्यक्रम भागीदारी करेगे
आज उत्तराखंड में बलूनी लोकप्रिय सांसद, जन नेता के रूप के शुमार हो चुके है
क्योकि बलूनी ने लगातार पलायन, पिछड़ेपन , बीमार पहाड़ को राहत, शिक्षा , वन ,रेल यातयात के साथ ही बुनियादी समस्याओं का सामना कर रहे पहाड़ की जनता के लिए वो पर्यास किया है जो धरातल पर नज़र आता है
ओर पहाड़ के लिए मरहम से कम नही तो सांसदों को आइना
बलूनी उत्तराखंड के सतर्क और महत्वपूर्ण मुद्दों पर संवेदनशील के साथ अपनी पारखी नज़र रखते थे और अपने अनुभवों का मिश्रण कर राज्य हित मे सफल प्रयास करते रहते है
ब्लूनी के ये कुछ सफल प्रयास
1. नैनी दून एक्सप्रेस का संचालन
2. राज्य को एनडीआरएफ की पृथक बटालियन का आवंटन
3. कोटद्वार और उत्तरकाशी चिकित्सालयों में आईसीयू की स्थापना
4. पौड़ी के बौर गांव को गोद लिया जो तेज़ी से एक नया आदर्श गांव की ओर विकसित हो रहा है


5. सेना और अर्द्धसेना के अस्पतालों में आम जनता का उपचार
6. आईटीबीपी के अस्पतालों में उपचार प्रारंभ कराया
7 विशिष्ट बीटीसी शिक्षकों की पैरवी, समाधान अंतिम चरण में पहुंचाया
8 मसूरी पेयजल योजना के लिए 187 करोड़ स्वीकृत कराए
9. तीलू रौतेली व माधो सिंह भंडारी के स्मारकों को पुरातत्व विभाग से संरक्षित करवाना
10. टनकपुर-बागेश्वर से गैरसैंण-कर्णप्रयाग रेललाइन के सर्वे के लिए धन स्वीकृत कराना
11. रामनगर में आधुनिक बस पोर्ट की स्थापना
12. राज्य के लिए पृथक दूरदर्शन चैनल प्रारंभ करवाना
वही
-सांसद निधि से ऋषिकेश एम्स और सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी में रैन बसेरे बनाने की घोषणा
-नैनीताल पेयजल योजना के लिए केंद्र सरकार से धनराशि स्वीकृति का प्रयास
-ऋषिकेश में बसपोर्ट बनाने के लिए पहल के साथ अन्य राज्य हित मे बलूनी ने कैंसर जेसी घातक बीमारी से उबरने के बाद भी पूर्ण ऊर्जा के साथ नए लक्ष्य निर्धारित किये
ओर इसमे नए साल ये ये महत्वपूर्ण उपलब्धी भी जुड़ गई है
अनिल बलूनी ने अपनी फेसबुक पोस्ट के माध्यम से भी उक्त सूचना साझा की है। दोनों ट्रेनों के उद्घाटन की तिथि केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से वार्ता के उपरांत सांसद बलूनी को प्राप्त हुई।
बता दे कि बलूनी के निवेदन पर ही दिल्ली से कोटद्वार और टनकपुर के लिए चलने वाली ट्रनों के नाम सिद्धबली और पूर्णागिरि एक्सप्रेस मंजूर हुआ था ओर बलूनी के निवेदन पर ही रेल मंत्रालय ने नई दिल्ली से कोटद्वार और टनकपुर के लिए दो ट्रेनों के संचालन को मंजूरी दी थी
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने राज्यसभा सांसद व भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख व मुख्य प्रवक्ता अनिल बलूनी को यह जानकारी दी थी तभ भी ओर आज भी।
बलूनी ने ही इन दोनों गाड़ियों के नाम स्थानीय भावनाओं, मान्यताओं और आस्थाओं के आधार पर रखने का सुझाव दिया था। रेल मंत्रालय ने उनके सुझाए नामों पर सहमति दी थी
सांसद बलूनी ने केंद्रीय मंत्री का आभार प्रकट किया अनिल बलूनी कहते है कि मोदी सरकार आमजन की सेवा-सुविधा के लिए कृतसंकल्प है। मोदी सरकार के कालखंड में उत्तराखंड में रेल क्षेत्र में क्रांति हुई है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। नैनी-दून जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन गढ़वाल-कुमाऊं को निर्बाध सेवा दे रही है। रेल मंत्रालय काशीपुर-धामपुर नई रेल लाइन पर गंभीरता से आकलन कर रहा है
ओर उत्तराखंड में फिर से बनने जा रही है डबल इंजन की सरकार