पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में
शिक्षा की अलख जगाने वाला श्री गुरु राम राय एजूकेशन मिशन आज किसी परिचय का मोहताज़ नही है
श्री गुरु राम राय एजूकेशन मिशन जानता है कि उत्तराखंड के 13 जिलों में रहने वाले मध्यम परिवार की आर्थिक स्थिति क्या है
ओर इस कोरोना काल में तो हालत और भी ख़राब हो गए है
ख़ास कर 9 पहाड़ी जिलो में रहने वालों के क्योकि अर्थीकि की पूरी कमर कोरोना काल तोड़ चुका है


आपको बता दे कि श्री गुरु राम राय ट्रस्ट ने श्री दरबार साहिब में पूरे कोरोना काल के दौरान ( पूरे 6 महीने)
हर दिन रोजना 500 से अधिक जरुतमद लोगो को भर पेट भोजना कराया वो भी दोनों समय
ओर ट्रस्ट का लंगर आज भी जारी है
या कह लीजिए साल के पूरे 365 दिन दरबार साहिब में दोपहर ओर स्याम को भर पेट भोजन हर जरुतमद के साथ आने वाली सगतो को कराया जाता है
ओर ये सब कुछ होता है श्री महंत देवेन्द्र दास जी महाराज के सख़्त दिशा निर्देश पर
की कोई यहा से भूख ना जाए
ओर इसी प्रकार उनके दिशा निर्देश
पूरे गुरु राम राय एजुकेशन मिशन से लेकर स्वास्थ्य के क्षेत्र में है कि हर
किसी को मिले बेहतर ( नई तकनीक से ) और काम दामो में श्री महंत इंद्रेश अस्पताल में इलाज तो
आज के दौरे की शिक्षा पर
मॉडल क्लास पर, हो गरीब के बच्चे का भी अधिकार
ओर इसी कड़ी में एक ओर नई पहल की गई है
जी हा सेना प्रदेश उत्तराखंड के
अब शहीदों के बच्चों (सुरक्षा बलों के आश्रितों को) भी मिलेगी फीस में छूट
बता दे कि
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय प्रबंधन ने कोरोना काल मे लिया बड़ा सा साहसिक फैसला
इसके साथ ही
बीपीएल परिवारों के बच्चों को भी फीस में रियायत दी जा रही है
तो एसजीआरआर स्कूलों और पीजी कॉलेज के विद्यार्थियों को भी मिलेगी छूट
ओर सबसे ऐतहासिक निर्णय ये लिया है कि बीए एम ए गढ़वाली भाषा एवं संस्कृति की फीस भी काफी कम रख दी है
वो भी इसी सत्र 2020.21 से
प्रवेश लेने वाले शहीदों के बच्चों और सुरक्षा बलों के आश्रितों को फीस में विशेष छूट दी जाएगी।
जिससे सेना के तीनों अंगों अर्धसैनिक बलों के आश्रितों को फायदा होगा।
इसके साथ ही मेधावी छात्रों और एसजीआरआर संस्थानों से पढ़े विद्यार्थियों को भी फीस में रियायत मिलेगी
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ यूएस रावत ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रबंधन ने पहले ही जनता की मांग पर सभी कोर्सों की फीस में भारी कटौती कर रखी है लेकिन इस सत्र से शहीदों के बच्चों को फीस में विशेष रियायत दी है। अब शहीदों के बच्चों को स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर पर फीस में 10000 ;दस हजार रुपये की छूट दी जाएगी।
जबकि सैन्य बलों के आश्रितों और एसजीआरआर स्कूलों से पढ़े छात्र.छात्राओं को फीस में 5000 ;पांच हजार रुपये की छूट मिलेगी।
इसके साथ ही एसजीआरआर पीजी कॉलेज एवं एसजीआरआर विश्वविद्यालय से स्नातक छात्र.छात्राओं को भी स्नातकोत्तर कोर्सों में दाखिला लेने पर फीस में 10000 ;दस हजार
रुपये की छूट दी जाएगी। एसजीआरआर विश्वविद्यालय से बीसीए एवं बीएससी आईटी करने वाले छात्र यदि विश्वविद्यालय में एडमिशन लेते हैं तो उन्हें कोर्स फीस में 20 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। इसके साथ ही गढ़वाली भाषा को बढ़ावा देने के लिए एम ए गढ़वाली भाषा एवं संस्कृति की फीस अन्य कोर्सों की तुलना में लगभग आधी रखी है जिससे गढ़वाली भाषा पढ़ने वालों को प्रोत्साहन मिल सके।
कुलपति ने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रबंधन ने छात्र हित में पिछले वर्ष की सभी रियायतों को बरकरार रखा है। बीपीएल परिवारों के बच्चों एवं दिव्यांगों ;40ः से अधिकद्ध के लिए भी फीस में 5000 ;पांच हजारद्ध रुपये छूट देने का फैसला लिया गया है।
इसके साथ ही मेधावी छात्रों के लिए भी अलग.अलग श्रेणियों में फीस में छूट का प्रावधान है। सिंगल गर्ल चाइल्डए स्टेट एवं नेशनल खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए भी खास रियायत दी गई है। सगे भाई.बहनों के लिए भी फीस में छूट रखी गई है। इसके अलावा पीएचडी में प्रवेश लेने पर भी प्रदेश के छात्रों को फीस में काफी छूट दी गई है।
बहराल पहाड़ी राज्य न्यूज़ पोर्टल
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय प्रबंधन को हाथ जोड़कर धन्यवाद कहता है
आपका अभिनंदन करता है