दिनदहाड़े गुलदार ने मासूम बच्चे का किया शिकार इस घटना से गाँव में दहशत का महौल है। जबकि लोगों वन विभाग के खिलाफ भी आक्रोश है।
रिपोर्ट : कुलदीप राणा आजाद
रूद्रप्रयाग। रूद्रप्रयाग जनपद के बसुकेदार तहसील से एक बड़ी और दुःखद खबर आ रही है जहाँ एक आठ वर्षीय बच्चे को गुलदार ने दिन दहाड़े मौत के घाट उतार दिया है। इस घटना से गाँव में दहशत का महौल है। जबकि लोगों वन विभाग के खिलाफ भी आक्रोश है।
पहाड़ों में वन्यजीव वह मानव संघर्ष कम होने का नाम नहीं ले रहा है यह पहाड़ की नियति बन गई है कि यहां आए दिन जंगली जानवरों के हमलों में पहाड़ के लोगों को जिंदगी से असमय ही रुखसत होना पड़ रहा है। ताजा मामला रुद्रप्रयाग के बसुकेदार तहसील का है जहां ग्राम सभा बष्टा के आठ वर्षीय आरूष पुत्र मनमोहन सिंह गाँव के निकट प्राकृतिक जल स्रोत पर अपने छोटे भाई अभिषेक के साथ नहा रहा था कि अचानक घात लगाये गुलदार ने आरूष पर हमला कर उसे उठा ले गया। छोटा भाई घबराकर घर भाग और परिजनों को इस घटना की सूचना दी। जिसके बाद बदहावास हालत में परिजन घटना स्थल की ओर ग्रामीणों के साथ दौड़े।
ग्रामीणों के शोरगुल के कारण गाँव से कुछ ही दूरी पर गुलदार ने आरूष को छोड़ कर भाग गया। ग्रामीण और परिजन जब तक आरूष के पास पहुँचते तब तक आरूष ने दम तोड़ दिया था। घटना की सूचना पर राजस्व उपनिरीक्षक, तहसीलदार और उपजिलाधिकारी मौके पर पहुँचे। प्रधान उतूर्सू संदीप रावत, प्रधान बष्टा नरेन्द्र लाल, पूर्व जिला पंचायत सदस्य वीरेन्द्र बुटोला आदि ने इसे वन विभाग और प्रशासन की घोर लापरवाही बताया है। उन्होंने कहा 9 जुलाई को रायड़ी गाँव में भी गुदार आया था जिसने बच्चे पकड़ने के चक्कर में बंदर को मार दिया था जिसके बाद से ग्रामीणों द्वारा इसकी शिकायत भी की गई थी। लेकिन मजाल क्या कि जिला प्रशासन और वन विभाग ने ग्रामीणों की सुध ली है। जिसका परिणाम आज इतना बड़े हादसे के रूप में सामने आ गया है। हालांकि 3 घंटे बाद मौके पर पहुंचे वन विभाग के वन क्षेत्रिय अधिकारी ने कहा कि बच्चे को मारने वाले गुलदार को सूट आउट किया जाएगा और परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाएगा।
: बहरहाल 8 वर्षीय आरूष की मृत्यु से परिजनों में कोहराम है और ग्रामीणों में शोक की लहर है। घटना से पूरा क्षेत्र दहशत का माहौल है और लोग नरभक्षी बंधु के इस गुलदार के खात्मे की मांग कर रहे हैं।