धामी सरकार की बढ़ेगी मुस्किल यदि आंदोलन पर चले गए उपनल कर्मी
आपको बता दे कि राज्य के सभी उपनल कर्मी भाई ,बहन अपने भविष्य को लेकर चिंतत है ओर हो भी क्यो ना आखिर उनके भविष्य का सवाल जो है
हर बार उनके साथ छलावे की सियासत की जाती रही है
ओर मात्र आश्वासन देकर उनको शांत करा दिया जाता है लेकिन इस बार लगता है ऐसा नही होगा
अबकी बार उपनल कर्मी अपना हक सरकार से लेकर रहेंगे जिसके लिए 15 हज़ार से अधिक उपनल कर्मी अब आर पार की लड़ाई लड़ते देखे जायेगे यदि उनके भविष्य को लेकर सरकार ने कोई निर्णय नही लिया तो आपको बता दें कि
रविवार को उपनल कर्मचारी महासंघ की प्रदेश एवं जिला कार्यकारिणी की संयुक्त बैठक संघ भवन यमुना कॉलोनी देहरादून में आयोजित की गई,
बैठक में सभी जिला पदाधिकारी एवं प्रदेश पदाधिकारी पदाधिकारियों ने अपनी बात विस्तार से रखें जिसमें मुख्य बिंदु यहां रहा कि आने वाले कैबिनेट में उपनल कर्मचारियों का मामला सरकार लेकर आए जिसमें समस्त उपनल कर्मचारी का भविष्य जुड़ा हुआ है अगर इस कैबिनेट में भी उपनल कर्मचारियों का मामला नहीं आता है तो उपनल कर्मचारी महासंघ के समस्त जिला एवं प्रदेश पदाधिकारी आंदोलन में अगले दिन से बैठेंगे उसकी पूर्ण जिम्मेदारी सरकार की होगी साथ ही समस्त जिला कार्यकारिणी में प्रदेश कार्यकारिणी के सामने प्रदेश महामंत्री हेमंत सिंह रावत द्वारा आय-व्यय का विवरण भी दिया गया साथ ही समस्त पदाधिकारियों को कहा भी है कि 56 दिन के आंदोलन समस्त कर्मचारियों ने महासंघ का साथ दिया और जो भी निर्णय महासंघ लेगा उसका साथ समस्त कर्मचारी देंगे ऐसा भरोसा जताया,

बैठक में प्रदेश अध्यक्ष को कुशाग्र जोशी ,प्रदेश महामंत्री हेमंत सिंह रावत, विनोद गोदियाल, विनय प्रसाद, नागेंद्र मंडोली, निशांत पुंडीर,सुभाष डोभाल, जीतराम, दिनेश लाल, नवीन सिंह, मयंक चौहान, राज सिंह,दयाल सिंह राणा, अभिनव जोशी,विपिन असवाल, राशिका रावत, पूजा पांडे, दीपा कंसल, आरती चौधरी, गरिमा डोभालब अनीता रावत, सरस्वती कांडपाल, अमित लाल,अंकित असवाल, संजय सेमवाल, विमल गुप्ता,आदि मौजूद रहे
हेमंत सिंह रावत
प्रदेश महामंत्री
उपनल कर्मचारी महासंघ