Monday, June 30News That Matters

पुलवामा पर छलका पीएम मोदी का दर्द, ‘मैंने भद्दी राजनीति झेली लेकिन अब विरोधी बेनकाब हुए’

पुलवामा पर छलका पीएम मोदी का दर्द, ‘मैंने भद्दी राजनीति झेली लेकिन अब विरोधी बेनकाब हुए’

जी हा प्रधानमंत्री ने पुलवामा हमले के जरिए विपक्ष पर साधा निशाना पीएम बोले देश के जवान शहीद हुए थे फिर भी कर रहे थे राजनीति पड़ोसी देश के कबूलनामे ने खोल दिए इन दलों के राज


पुलवामा हमले को लेकर पाकिस्तान की संसद में इमरान खान के मंत्री के कबूलनामे के बाद पीएम मोदी ने पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी है. प्रधानमंत्री ने पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए कहा कि जब हमारे देश के जवान शहीद हुए थे उस वक्त भी कुछ लोग राजनीति में लगे हुए थे. ऐसे लोगों को देश भूल नहीं सकता है.

पीएम ने कहा कि उस वक्त वे सारे आरोपों को झेलते रहे, भद्दी भद्दी बातें सुनते रहे. मेरे दिल पर गहरा घाव था. लेकिन पिछले दिनों पड़ोसी देश से जिस तरह से खबरें आई है, जो उन्होंने स्वीकार किया है, इससे इन दलों का चेहरा उजागर हो गया है.

वही पीएम ने कहा, “जिस प्रकार वहां की संसद में सत्य स्वीकारा गया है, उसने इन लोगों के असली चेहरों को देश के सामने ला दिया है. अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए, ये लोग किस हद तक जा सकते हैं, पुलवामा हमले के बाद की गई राजनीति, इसका बड़ा उदाहरण है.”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार पटेल की दुहाई देते हुए राजनीतिक दलों से कहा कि मैं ऐसे राजनीतिक दलों से आग्रह करूंगा कि देश की सुरक्षा के हित में, हमारे सुरक्षाबलों के मनोबल के लिए, कृपा करके ऐसी राजनीति न करें, ऐसी चीजों से बचें. अपने स्वार्थ के लिए, जाने-अनजाने आप देश विरोधी ताकतों की हाथों में खेलकर, न आप देश का हित कर पाएंगे और न ही अपने दल का.

पाकिस्तान के मंत्री ने मानी पुलवामा हमले की बात

पाकिस्तान की इमरान खान सरकार में मंत्री फवाद चौधरी ने गुरुवार को संसद में माना कि पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए हमले में पाकिस्तान का हाथ था. उन्होंने कहा कि पुलवामा हमला पाकिस्तान की कामयाबी है. फवाद चौधरी ने पुलवामा हमले का श्रेय इमरान खान और उनकी पार्टी PTI को दिया. उन्होंने कहा कि पुलवामा हमला इमरान खान के लिए एक उपलब्धि है.

बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला किया गया था. एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटक से भरी कार सीआरपीएफ के काफिले से टकरा दी थी. इस धमाके में 40 जवान शहीद हो गए थे.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *