पहाड़ पर दर्दनाक सड़क दुर्घटना के मृतकों का मंगलवार को सामूहिक अंतिम संस्कार किया गया। नेड़ा खड्ड किनारे चिखाड़ श्मशान घाट पर एक साथ आठ मृतक युवकों की चिताएं जलने से मौके पर मौजूद लोगों की आखों से आंसू निकल पड़े। हर आंख नम हुई। जिन घरों के चिराग इस दुर्घटना में बुझ गए हैं, उनपर तो मानो दुखों का पहाड़ टूट गया है। इन्हीं में से एक बलीराम ने अपने दो बेटों की अर्थियों को कंधा दिया।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में उपमंडल शिलाई में बीते सोमवार को टिंबी के निकटटिंबी-मिल्लाह मार्ग पर हुईदर्दनाक सड़क हादसा हुआ था । क्षेत्र में ऐसी बड़ी घटना शायद कभी नहीं भुलाई जा सकेगी। दुर्घटना में एक अन्य घायल ने भी तोड़ा दम तोड़ दिया जिससे मृतकों की संख्या 11 हो गई है। हादसे में घायल अक्षय(21) को पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया था, जहां उसने दम तोड़ दिया है। अब मात्र एक घायल कमना राम(57) ही पीजीआई में जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है।
मजिस्ट्रेट जांच के आदेश
बताया जा रहा है कि ब्रेक फेल होने पर चालक अनिल ने चेताया भी कि गाड़ी की ब्रेक फेल हो गई तो गाड़ी में बैठे युवाओं ने इस बात पर विश्वास नहीं किया। लेकिन एक व्यक्ति कामना राम ने चलती गाड़ी से छलांग लगा दी थी, कुछ क्षणों में गाड़ी गहरी खाई में समा गई। अनिल के पिता खजान सिंह ने बताया कि दुल्हन को मायके से मिले सामान के लिए यह गाड़ी भटेवड़ी गई थी जो चुमनल के निकट ब्रेकफेल होने से दुर्घटनाग्रस्त हो गई। उधर हादसे को लेकर जिलाधीश सिरमौर आरके गौतम ने शिलाई उपमंडलाधिकारी सुरेश कुमार सिंघा को मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए है।