उत्तराखंड- सावधानी ही बचाव है बंधु , क्योंकि कोरोना के आंकड़े डराते हैं , बच्चा हो या बुजुर्ग सभी का दुश्मन बना है कोरोना देखिए आंकड़े आँखे खुलेंगी तभी सावधानी रखोगे
उत्तराखंड में कोरोना किसी को भी नही छोड़ रहा है क्या बच्चे क्या युवा क्या बुजुर्ग सभी इसकी घातक चपेट में आये हुए है सरकार की तरफ से जो आंकड़ा सामने आया है वो बताने के लिए काफी है कि कोरोना से किसी को इम्युनिटी नहीं है आंकड़े कहते है कि एक से बीस मई के बीच राज्य में 0 से 9 साल के 2044 बच्चे संक्रमित हुए। 10 से 19 साल के 8661 बच्चे संक्रमित हुए यानि 1 से 19 साल के लगभग 10705 बच्चे केवल 20 दिन में संक्रमित हुए है वही 20 से 29 साल के 25299 युवा संक्रमित हुए। 30 से 39 साल के 30 हजार के करीब, 40 से 49 वर्ष के 23 हजार, 50 से 59 वर्ष के 16 हजार, 60 सक 69 वर्ष 10 हजार, 70 से 79 वर्ष के 4757, 80 से 90 वर्ष के 1500 जबकि 90 साल से अधिक उम्र के राज्य में कुल 139 लोग संक्रमित हुए हैं। उत्तराखंड में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अस्पतालों में छिपाई गई मौत का बैकलॉग खत्म होने का नाम नहीं ले रहा।वहीं अस्पतालों द्वारा एक बार फिर पहले हो चुकी 70 मौतों का ब्योरा स्टेट कंट्रोल रूम को भेजा गया। जिससे राज्य में कोरोना संक्रमण के बाद मरने वाले कुल मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 5734 हो गया है। इधर शनिवार को राज्य के विभिन्न अस्पतालों में 64 मरीजों की मौत हो गई। जिसमें सबसे अधिक आठ मरीजों की हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में हुई। इसके अलावा अन्य अस्पतालों में इक्का दुक्का मरीजों की ही मौत हुई है। राज्य में पिछले दो दिनों से मरीजों की मौत के आंकड़े कम हुए हैं। लेकिन बैक लॉग के मामले कम न होने से कुल मरीजों की मौत के आंकड़ों में तेजी से इजाफा हो रहा है।