उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत से भिड़ गए भाजपा के ही नेता ओर जमकर हुवा तमाशा
हल्द्वानी में शुक्रवार को सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष अजय राजौर की कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत से भिड़ंत हो गई। वे सफाई कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर मंत्री के पास गए थे। उनका पारा इतना चढ़ा कि उन्होंने मंत्री से कह दिया कि वह सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष पद को ताख पर रखकर आए हैं।
उत्तरांचल स्वच्छकार कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष राम अवतार राजौर सफाई कर्मियों की 14 सूत्री मांगों को लेकर कई समर्थकों के साथ कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत से मिलने गए थे। भीड़ में उनके बेटे और सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष अजय राजौर सबसे आगे थे।
कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत ने अजय राजौर को देखते ही सवाल किया कि तुम कैसे आ गए। अजय राजौर ने कहा कि कांग्रेस के बनाए गए ढांचे से सफाई कर्मचारी बहुत परेशान हैं। कर्मचारी भीख मांगने पर मजबूर हैं।
कहा कि आप (बंशीधर भगत) मेरे मुखिया हैं। यदि समस्या का समाधान नहीं करेंगे तो सफाई कर्मी अनाथ हो जाएंगे। यदि सफाई कर्मचारियों की मांगें नहीं मानीं गईं तो वे उग्र आंदोलन के लिए विवश होंगे।
कर्मचारियों ने जिला प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए। सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह और एसडीएम मनीष कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने सफाई कर्मियों को बैरकेडिंग लगाकर रोक लिया। नोकझोंक के बाद एसडीएम ने कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत से बातचीत की। कैबिनेट मंत्री से हरी झंडी मिलने के बाद सफाई कर्मियों को आवास पर भेजा गया।
बाप-बेटे अंताक्षरी करते रहोगे
कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत के आवास पर सफाई कर्मचारियों के नेता राम अवतार राजौर और उनके बेटे अजय राजौर बारी-बारी से सफाई कर्मियों की मांगों के संबंध में बोल रहे थे। देर तक सुनने के बाद कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत से रहा नहीं गया। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि बाप-बेटे मेरे सामने अंताक्षरी कर रहे हैं। मंत्री के बोलने पर दोनों चुप हो गए।
अजय राजौर भाजपा के नेता के साथ सफाई कर्मियों के भी नेता हैं। इस कारण वह सफाई कर्मियों के समर्थन में आए हैं। तरीके से आए हैं। इस मामले में उनकी कोई गलती नहीं है। वह सरकार के खिलाफ नहीं है।
-बंशीधर भगत, कैबिनेट मंत्री।