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उत्तराखंड:प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय और जिला शिक्षा अधिकारियों की धीमी कार्यशैली का खामियाजा भुगत रहे हैं डायट डीएलएड प्रशिक्षित।

उत्तराखंड:प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय और जिला शिक्षा अधिकारियों की धीमी कार्यशैली का खामियाजा भुगत रहे हैं डायट डीएलएड प्रशिक्षित।

विगत 6 अगस्त से प्राथमिक शिक्षक भर्ती को पूर्ण करने और विद्यालयों मे अपनी नियुक्ति का इंतजार कर रहे डायट डीएलएड प्रशिक्षितों का धरना रविवार को भी जारी रहा।


 

*डायट डीएलएड संगठन के प्रदेश सचिव हिमांशु जोशी ने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय में डाली गई जनहित याचिका सिर्फ भर्ती लटकाने का प्रयास मात्र है क्योंकि जिन याचिकाकर्ताओं ने ये याचिका डाली है उन्हें ctet/utet पास करने के कई अवसर पिछले समय में मिल गए थे लेकिन वे उत्तीर्ण नही कर पाए लेकिन जब अब भर्ती बन्द होने के बाद उनका ctet/utet निकला वे फिर अवसरवादिता का फायदा उठाकर भर्ती में शामिल होने की मांग कर रहे हैं जिससे उन आवेदनकर्रताओं का नुकसान हो रहा है जो लंबे समय से भर्ती पूर्ण होने की आस में हैं।*

Nov 2020 में प्रकाशित हुई प्राथमिक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन आने के लगभग 10 माह बाद भी जिला शिक्षा अधिकारियों ने भर्ती में आवेदन करने वाले आवेदकों का डेटा एंट्री का कार्य अभी तक पूरी तरह से पूर्ण नही किया है जिस पर सभी आवेदकों में बड़ा रोष है
ज्ञात हो कि डायट डीएलएड संगठन विगत 49 दिनों से प्राथमिक शिक्षक के पद पर अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर लगातार आन्दोलरत हैं और उन्हीं के प्रयासों के फलस्वरूप 2018 में आई प्राथमिक शिक्षक भर्ती का काउंसिलिंग का कार्य अब शुरू हो रहा है लेकिन डायट डीएलएड प्रशिक्षित अब भी असमंजस की स्तिथी में हैं कि उनकी नियुक्ति से सम्बंधित कार्य कब पूर्ण होगा और उन्हें नियुक्ति पत्र प्राप्त होकर प्राथमिक विद्यालयों में सेवा करने का अवसर मिलेगा।

प्रदेश कोषाध्यक्ष गौरव रावत ने बताया कि विभागीय अधिकारियों को हमने पहले ही अपनी चिंताओं से अवगत कर दिया था कि जिला शिक्षा कार्यालयों में डेटा एंट्री का कार्य काफी धीमी प्रक्रिया से चल रही है और ऐसे ही कार्य चलता रहेगा तो विभाग द्वारा दिया गया 4 माह के समय में भी कार्य पूरा नही होगा और हमारी बातें आज सच साबित हो रही हैं जिला शिक्षा अधिकारियों द्वारा डेटा एंट्री का कार्य अभी तक अपूर्ण है जिससे डायट डीएलएड प्रशिक्षितों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।

प्रशिक्षित मुकेश चौहान का कहना है कि बड़े लंबे इंतजार के बाद 1 सितम्बर को माननीय उच्च न्यायालय द्वारा भर्ती प्रक्रिया को फिर से शुरू करने के आदेश दिए थे परंतु विभागीय अधिकारियों की गैरजिम्मेदाराना प्रवर्ति ओर लापरवाही के कारण 18 दिन से अधिक समय बीत जाने पर अभी भी विभाग मौन बैठा है। धरना स्थल पर आज दीपक बिष्ट,प्रकाश दानू, मदन फर्त्याल, राकेश सिंह राणा,पंकज डंगवाल,मन्नू सरोज,दीक्षा राणा,स्वाति शर्मा,गुंजन रावत,प्रकाश रानी,मनीष चौहान,रामस्वरूप, नीतीश,अमरदीप,अखिलेश, गौरव यादव,बृजमोहन, आदि शामिल रहे।

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