नैनीताल जिले में 29 की जान गई
अल्मोड़ा में एक ही परिवार के तीन लोगों समेत छह मरे
चंपावत जिले में चार लोगों की मौत
उत्तराखंड के कुमाऊं में बेमौसम बादल काल बनकर बरसे। भूस्खलन हुवा मकान ढहने पानी में करंट आया और अन्य कारणों से 42 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई
, जबकि कुछ लोग लापता हैं। नैनीताल में 29
, अल्मोड़ा में 6
, चंपावत में 4,
पिथौरागढ़, बागेश्वर और ऊधमसिंह नगर में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई।
आधिकारिक आंकड़ों में मृतकों की संख्या हालांकि 35 बताई गई है

वही प्रदेश में दो दिनों की बारिश से आई आपदा में मृतकों की कुल संख्या 48 पहुंच गई है।
गढ़वाल में मौसम साफ होने से बंद मार्गों को खोलकर चारधाम यात्रियों व अन्य फंसे लोगों को निकालने का काम दिन भर चलता रहा।
कुमाऊं गढ़वाल में प्रलयंकारी बारिश ने सोमवार रात और मंगलवार को भारी तबाही मचाई। नैनीताल जिले में सबसे अधिक 29 लोगों की मौत हुई है
इनमें तोषापानी (धारी तहसील) में पांच,
चौकुटा में छह,
सकूना (रामगढ़) में नौ,
कैंची में दो,
बोहराकोट (रामगढ़) में दो,
क्वारब में दो
और रामगढ़ में एक और नैनीताल में एक व्यक्ति की मौत हो गई
अल्मोड़ा जिले में आपदा की भेंट चढ़े छह लोगों में तीन लोग रापड़ गांव के एक ही परिवार के थे
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इनकी पहचान अमर उजाला के पूर्व पत्रकार आनंद नेगी और उनके परिवार के दो अन्य सदस्यों के रूप में हुई है।
चितई की एक महिला और अल्मोड़ा के एनटीडी क्षेत्र की एक युवती की भी मलबे में दबने से मौत हो गई।
स्याल्दे में भी एक महिला की मलबे में दबने से मृत्यु हुई है
। चंपावत के तेलवाड़ में भूस्खलन की चपेट में आने तीन और पाटी में एक महिला की जान चली गई।
पिथौरागढ़ जिले के गंगोलीहाट में पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आने से बिहार निवासी एक मजदूर की मौत हो गई
जबकि दो घायल हो गए।
रुद्रपुर (ऊधमसिंह नगर) में रामपुर के विधायक कमलेश शुक्ला की पुत्रवधू की बारिश के दौरान करंट लगने से मौत हो गई।
वहीं, बाजपुर में सोमवार को बहे किसान का शव बरामद कर लिया गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार शाम रुद्रपुर क्षेत्र में जलभराव से हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने प्रभावितों को हरसंभव मदद का भरोसा दिया। कहा कि प्रदेश में बड़ी आपदा आई है, जिसमें जनहानि के साथ ही पशु हानि भी हुई है। आपदा में जान गंवाने वालों के परिजनों को चार लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी।
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आपदा में भारी नुकसान हो गया। मैं आपदा वाले इलाकों का दौरा कर रहा हूं। सरकार प्रभावितों की हर संभव सहायता कर रही है। जहां कुछ यात्री फंसे हैं, उन्हें सुरक्षित निकालने का प्रयास कर रहे हैं। सभी रास्ते खोलने के निर्देश दिए गए हैं। प्रधानमंत्री भी हादसे को लेकर चिंतित हैं। वायुसेना से तीन हेलिकॉप्टरों की मांग की थी। वे भी आ गए हैं। जानमाल की काफी क्षति हुई है।
कुमाऊं में 89 सड़कें बंद
नैनीताल जिले में 15, पिथौरागढ़ जिले में 28, चंपावत में 14, अल्मोड़ा में 22, बागेश्वर में 10 सड़कें बंद हैं।
रेलवे ट्रैक बहा
गोला नदी के तेज बहाव के कारण हुए भू- कटाव के चलते काठगोदाम में रेलवे ट्रेक क्षतिग्रस्त हो गया। बारिश के बाद उत्तराखंड आने वाली कई ट्रेनें निरस्त की गई हैं। वहीं, कई ट्रेनों को शार्ट टर्मिनेट किया गया है। सूचना के लिए पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर मंडल के मुख्य स्टेशनों पर हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं।
काठगोदाम- 9368702980
हल्द्वानी – 9368702979
रुद्रपुर – 9368702984
लाल कुआं – 9368702978