उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं व 12वीं की कक्षाओं के 2.71 लाख से ज्यादा छात्र-छात्राओं का रिजल्ट जारी होने का रास्ता साफ हो गया है। सरकार ने मूल्यांकन के लिए शिक्षा विभाग की ओर से तय फार्मूले पर मुहर लगा दी। शासन ने शनिवार को इस संबंध में आदेश जारी किए।
बोर्ड की 10वीं व 12वीं की परीक्षाओं के रिजल्ट के लिए मापदंड तय करने को शासन के निर्देश पर शिक्षा महानिदेशक की अध्यक्षता में समिति गठित की गई थी। इस समिति की ओर निर्धारित मापदंड के आधार पर ही रिजल्ट घोषित किया जाएगा। शासनादेश के मुताबिक 10वीं का रिजल्ट पिछले वर्षों की भांति 500 अंकों के आधार पर घोषित किया जाएगा। प्रत्येक विषय के लिए अधिकतम 100 अंक होंगे। भाषा सहित जिन विषयों में आंतरिक मूल्यांकन या प्रयोगात्मक परीक्षा की व्यवस्था नहीं है, उन विषयों में सैद्धांतिक यानी लिखित भाग का मूल्यांकन 100 अंकों में से किया जाएगा। शासन ने विषयवार वेटेज का ब्योरा भी दिया है। इसीतरह 12वीं के रिजल्ट के लिए भी मूल्यांकन के मानक तय किए गए हैं।
छात्रों के सही, विश्वसनीय मूल्यांकन के लिए विद्यालय स्तर पर प्रधानाचार्य की अध्यक्षता में समिति गठित की जाएगी। विद्यालय का परीक्षा प्रभारी इस समिति का पदेन सचिव होगा। सभी विषय अध्यापक समिति के सदस्य होंगे। समिति में मुख्य शिक्षाधिकारी एक पर्यवेक्षक भी नामित करेंगे। परीक्षा केंद्र के रूप में अधिसूचित किए जाने वाले विद्यालयों में प्रधानाध्यापक या प्रधानाचार्य की अध्यक्षता में समिति गठित होगी। यह समिति विद्यालयों से प्राप्त अंकों व प्रपत्रों के विवरण का अवलोकन व परीक्षण करेगी। त्रुटि होने पर संबंधित विद्यालय स्तर से इसका निराकरण कराया जाएगा।

जिस विद्यालय में 10वीं व 12वीं दोनों स्तरों का मूल्यांकन होना है, वहां एक ही समिति कार्य करेगी। रिजल्ट से संतुष्ट नहीं होने वाले छात्रों को परीक्षा देने का विकल्प दिया जाएगा। इसके लिए संबंधित छात्र को रिजल्ट घोषित होने के एक माह के भीतर बोर्ड में आवेदन करना होगा। स्थितियां सामान्य होने पर बोर्ड परीक्षा आयोजित करेगा।
शासनादेश में स्पष्ट किया गया है कि 10वीं व 12वीं की परीक्षा परंपरागत रूप से आयोजित नहीं होने की वजह से छात्रों को उत्तर पुस्तिकाओं की छाया प्रति उपलब्ध कराने की सुविधा नहीं दी जाएगी। इसतरह के आवेदन पर विचार नहीं किया जाएगा। प्राइवेट छात्रों के लिए मूल्यांकन का फार्मूला रेगुलर की तर्ज पर ही होगा।
मेरिट सूची नहीं होगी जारी
इसीतरह राज्य स्तर पर मेरिट सूची भी जारी नहीं की जाएगी। मूल्यांकन कार्य की अवधि के दौरान विद्यालयों के निरीक्षण की प्रभावी व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशक के स्तर से अधिकारियों की तैनाती की जाएगी। विद्यालयों व मूल्यांकन केंद्रों में कोविड-19 सुरक्षा प्रोटोकाल का पालन किया जाएगा।
10वीं के लिए यूं होगा अंक निर्धारण
-नौवीं की कक्षा में प्राप्तांकों का 75 फीसद
-10वीं में आंतरिक मूल्यांकन के अंकों का 25 फीसद
12वीं के लिए अंकों का फार्मूला:
-10वीं कक्षा के प्राप्तांकों का 50 फीसद
-11वीं कक्षा के प्राप्तांकों का 40 फीसद
-12वीं कक्षा के आंतरिक मूल्यांकन के अंकों का 10 फीसद