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पीएम मोदी ने की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से केदारनाथ निर्माण कार्यों की समीक्षा

देहरादूनः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली से बुधवार को सीएम त्रिवेंद्र के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान का प्रस्तुतिकरण और केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्यों के जानकारी ली। दिल्ली में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, मुख्य सचिव ओम प्रकाश, पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर प्रधानमंत्री कार्यालय में मौजूद रहे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत देहरादून से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े।

पीएम मोदी ने निर्देश दिए कि बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि वहां का पौराणिक और आध्यात्मिक महत्व बना रहे। स्मार्ट, स्पिरीचुअल सिटी के रूप में विकसित किया जाए। होम स्टे भी विकसित किए जा सकते हैं। निकटवर्ती अन्य आध्यात्मिक स्थलों को भी इससे जोड़ा जाए। बदरीनाथ धाम के प्रवेश स्थल पर विशेष लाइटिंग की व्यवस्था हो जो आध्यात्मिक वातावरण के अनुरूप हो। पीएम मोदी ने केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्यों की भी समीक्षा की।

सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि बदरीनाथ धाम और केदारनाथ धाम के विकास कार्यों में स्थानीय लोगों का सहयोग मिल रहा है। निकटवर्ती गांवों में होम स्टे पर काम किया जा रहा है। सरस्वती और अलकनंदा के संगम स्थल केशवप्रयाग को भी विकसित किया जा सकता है। बदरीनाथ धाम में व्यास और गणेश गुफा का विशेष महत्व है। इनके पौराणिक महत्व की जानकारी भी श्रद्धालुओं को मिलनी चाहिए। बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान पर काम करने में भूमि की समस्या नहीं होगी।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना और चारधाम राजमार्ग परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है। इससे श्रद्धालुओं के लिए चारधाम यात्रा काफी सुविधाजनक हो जाएगी।

 

बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान पर प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि इसमें 85 हैक्टेयर क्षेत्र लिया गया है। देवदर्शिनी स्थल विकसित किया जाएगा। एक संग्रहालय और आर्ट गैलेरी भी बनाई जाएगी। दृश्य एवं श्रव्य माध्यम से दशावतार के बारे में जानकारी दी जाएगी। बदरीनाथ मास्टर प्लान को 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। मास्टर प्लान को पर्वतीय परिवेश के अनुकूल बनाया गया है।

इस अवसर पर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्यों की प्रगति की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शंकराचार्य जी के समाधि स्थल का काम तेजी से चल रहा है। सरस्वती घाट पर आस्था पथ का काम पूरा हो गया है। दो ध्यान गुफाओं का काम इस महीने के अंत तक पूरा हो जाएगा। ब्रह्म कमल की नर्सरी के लिए स्थान चिन्हित कर लिया गया है। गरुड़चट्टी में ब्रिज का पुनर्निर्माण कर लिया गया है।

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