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श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के मनोचिकित्सक कोरोना प्रभाव के मानसिक तनाव को करेंगे कम

श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के मनोचिकित्सक कोरोना प्रभाव के मानसिक तनाव को करेंगे कम

सपोर्टिंव साइको थेरेपी व काउंसलिंग के द्वारा डाॅक्टर कमजोर व विकृत सोच को बदलेंगे सकारात्मक सोच में
देहरादून। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीजों उनके तीमारदारों व होम क्वारंटीन रोगियों के लिए अस्पताल के मनोचिकित्सक उपचार एवम् काउंसलिंग दे रहे हैं। कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप के कारण उत्तराखण्ड में कोविड के कई केस दर्ज किये गए हैं। कोविड-19 से जुड़ी नकारात्मक सूचनओं का आमजन की मनःस्थिति पर बुरा असर पड़ रहा है। इन बुरे प्रभावों का असर लोगों में मानसिक बीमारियों के रूप में सामने आ रहा है। जिन लोगों में कोविड का डर, कोविड के भय से आत्महत्या करने की इच्छा, कोविड के अत्यधिक डर से पैनिक अटैक, मानसिक तनाव व मानसिक असहजता महसूस हो रही है वह मनोचिकित्सक से फोन पर राय व परामर्श ले सकते हैं। यह जानकारी श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डाॅ अनिल कुमार धवन ने दी।

श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में सोमवार से शनिवार तक सुबह 10ः00 बजे से 12ः00 बजे के बीच आप 0135- 6672282 नम्बर पर मनोचिकित्सक से सीधे बात कर अपने परेशानी सांझा कर सकते हैं। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के वरिष्ठ मनोचिकित्सक डाॅ शोभित गर्ग ने कहा कि कोविड-19 के मद्देनज़र लाॅकडाउन के बीच आमजन में कई परेशानियां देखने में आ रही हैं। शहरी क्षेत्रों के साथ साथ उत्तराखण्ड के पहाड़ी क्षेत्रों से भी लोग मानसिक तनाव व मानसिक समस्याओं के लिए परामर्श लेने पहुंच रहे हैं। आर्थिक तंगी का असर लोगों के व्यवहार व पारिवारिक जीवन पर पड़ा है। लाॅकडाउन के दौरान 20 से 30 प्रतिशत घरेलू हिंसा के मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है।
कोविड-19 के कारण अपने पास बीमार लोगों, कोविड मृत्यु, समाचार पर लगातार कोविड से जुड़े मामलों की जानकारी का नकारात्मक प्रभाव भी बढ़ा है। कई लोगों में डिप्रेशन, उदासी, चिंता, अधिक नशा करने की प्रवृति, मानसिक शांति में ह्ास, शोक की अवस्था में डूब जाना जैसे लक्षण आ रहे हैं। जो लोग मानसिक रूप से कमजोर हैं वह सहायता के अभाव में आत्महत्या जैसा घातक कदम भी उठा सकतें हैं।
डाॅ सुमित खत्री, मनोरोग विभागाध्यक्ष ने राय दी कि कोरोना पॉजिटिव होने पर पैनिक न हों. ज्यादातर लोगों में ए-सिप्टोमैटिक कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं। डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं संतुलित आहार, सकारात्मक सोच के बल पर आप कोरोना को पराजित कर सकते हैं.

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