Snowfall in Uttarakhand पहाड़ों में बर्फबारी और मैदानों में बारिश होने से उत्तराखंड में जबरदस्त ठंड पड़ रही है. इस बार की बर्फबारी ने पिछले कई साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. इस तरह का हिमपात बहुत लंबे समय बाद हुआ है.
स्थानीय व्यापारियों और किसानों के लिए फायदेमंद ये बर्फबारी
मौसम विभाग का अनुमान, 12 जनवरी तक हो सकता है मौसम साफ
उत्तराखंड में इस बार जमकर बर्फबारी हो रही है. इस बार की बर्फबारी ने पिछले 25 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. मौसम विभाग की माने तो पिछले सालों की तुलना में इस साल ज्यादा बर्फबारी देखने को मिल रही है. कुमाऊं से लेकर गढ़वाल तक के ऊंचे इलाको में बर्फ की सफेद चादर के साथ-साथ इस बार निचले इलाकों में भी बर्फबारी हुई है.
पहाड़ों में बर्फबारी और मैदानों में बारिश होने से उत्तराखंड में जबरदस्त ठंड पड़ रही है. इस बार की बर्फबारी ने पिछले कई साल के रिकॉर्ड ...
उत्तराखंड के बागेश्वर में शनिवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए. हालांकि इस भूकंप की वजह से किसी भी किस्म की क्षति की खबर सामने नहीं आई है.
सुबह भूकंप से दहला उत्तराखंड का बागेश्वर
रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता रही 4.7
उत्तराखंड के बागेश्वर में शनिवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए. सुबह 6 बजकर 31 मिनट पर भूकंप आया. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.7 रही. हालांकि, जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है.
इससे पहले इंडोनेशिया के रिसॉर्ट द्वीप बाली को 6.3 तीव्रता के भूकंप के झटकों ने गुरुवार को हिलाकर रख दिया था. हालांकि सुनामी को लेकर कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया था.
भूकंप स्थानीय समय अनुसार बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात 1.12 बजे आया, जिसका केंद्र पूर्वी जावा प्रांत के 69 किलोमीटर उत्तर-पूर्व बंगकलान में समुद्र तल से 636 किलोमीटर की गहराई पर था. भूकंप का केंद्र बेह...
नारी शक्ति को हल्के में न ले सरकार
देवबंद (सहारनपुर)। नागरिकता संशोधन कानून, एनपीआर और प्रस्तावित एनआरसी के विरोध में महिलाओं का अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन 14वें दिन भी जारी रहा। इस दौरान महिलाओं ने कहा कि सरकार नारी शक्ति को हलके में लेने की भूल न करे।
रविवार को छुट्टी होने के चलते ईदगाह मैदान में लोगों की भारी भीड़ जमा रही। लोग रुक रुककर हिंदुस्तान जिंदाबाद, इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाते रहे। इस दौरान रजिया मंसूर ने हम पूरे देश की आवाज हैं और सरकार को हमारी बात सुननी ही होगी, क्योंकि सेक्यूलर समाज हमारे साथ खड़ा है। मरयम राशिद और जेबा ने कहा कि देश की बेटियां संविधान की रक्षा के लिए सड़क पर उतर आई है। इसलिए सरकार नारी शक्ति को हलके में लेने की भूल न करें। सना ने कहा कि नापाक मंसूबों को पूरा करने के लिए कुछ ताकतें लगातार साजिश रच रही हैं। देशभर में सीएए के विरोध में चलने वाले विरोध प...
नारी शक्ति को हल्के में न ले सरकार
देवबंद (सहारनपुर)। नागरिकता संशोधन कानून, एनपीआर और प्रस्तावित एनआरसी के विरोध में महिलाओं का अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन 14वें दिन भी जारी रहा। इस दौरान महिलाओं ने कहा कि सरकार नारी शक्ति को हलके में लेने की भूल न करे।
रविवार को छुट्टी होने के चलते ईदगाह मैदान में लोगों की भारी भीड़ जमा रही। लोग रुक रुककर हिंदुस्तान जिंदाबाद, इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाते रहे। इस दौरान रजिया मंसूर ने हम पूरे देश की आवाज हैं और सरकार को हमारी बात सुननी ही होगी, क्योंकि सेक्यूलर समाज हमारे साथ खड़ा है। मरयम राशिद और जेबा ने कहा कि देश की बेटियां संविधान की रक्षा के लिए सड़क पर उतर आई है। इसलिए सरकार नारी शक्ति को हलके में लेने की भूल न करें। सना ने कहा कि नापाक मंसूबों को पूरा करने के लिए कुछ ताकतें लगातार साजिश रच रही हैं। देशभर में सीएए के विरोध में चलने वाले विरोध प...
नारी शक्ति को हल्के में न ले सरकार
देवबंद (सहारनपुर)। नागरिकता संशोधन कानून, एनपीआर और प्रस्तावित एनआरसी के विरोध में महिलाओं का अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन 14वें दिन भी जारी रहा। इस दौरान महिलाओं ने कहा कि सरकार नारी शक्ति को हलके में लेने की भूल न करे।
रविवार को छुट्टी होने के चलते ईदगाह मैदान में लोगों की भारी भीड़ जमा रही। लोग रुक रुककर हिंदुस्तान जिंदाबाद, इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाते रहे। इस दौरान रजिया मंसूर ने हम पूरे देश की आवाज हैं और सरकार को हमारी बात सुननी ही होगी, क्योंकि सेक्यूलर समाज हमारे साथ खड़ा है। मरयम राशिद और जेबा ने कहा कि देश की बेटियां संविधान की रक्षा के लिए सड़क पर उतर आई है। इसलिए सरकार नारी शक्ति को हलके में लेने की भूल न करें। सना ने कहा कि नापाक मंसूबों को पूरा करने के लिए कुछ ताकतें लगातार साजिश रच रही हैं। देशभर में सीएए के विरोध में चलने वाले विरोध प...
नारी शक्ति को हल्के में न ले सरकार
देवबंद (सहारनपुर)। नागरिकता संशोधन कानून, एनपीआर और प्रस्तावित एनआरसी के विरोध में महिलाओं का अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन 14वें दिन भी जारी रहा। इस दौरान महिलाओं ने कहा कि सरकार नारी शक्ति को हलके में लेने की भूल न करे।
रविवार को छुट्टी होने के चलते ईदगाह मैदान में लोगों की भारी भीड़ जमा रही। लोग रुक रुककर हिंदुस्तान जिंदाबाद, इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाते रहे। इस दौरान रजिया मंसूर ने हम पूरे देश की आवाज हैं और सरकार को हमारी बात सुननी ही होगी, क्योंकि सेक्यूलर समाज हमारे साथ खड़ा है। मरयम राशिद और जेबा ने कहा कि देश की बेटियां संविधान की रक्षा के लिए सड़क पर उतर आई है। इसलिए सरकार नारी शक्ति को हलके में लेने की भूल न करें। सना ने कहा कि नापाक मंसूबों को पूरा करने के लिए कुछ ताकतें लगातार साजिश रच रही हैं। देशभर में सीएए के विरोध में चलने वाले विरोध प...
नारी शक्ति को हल्के में न ले सरकार
देवबंद (सहारनपुर)। नागरिकता संशोधन कानून, एनपीआर और प्रस्तावित एनआरसी के विरोध में महिलाओं का अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन 14वें दिन भी जारी रहा। इस दौरान महिलाओं ने कहा कि सरकार नारी शक्ति को हलके में लेने की भूल न करे।
रविवार को छुट्टी होने के चलते ईदगाह मैदान में लोगों की भारी भीड़ जमा रही। लोग रुक रुककर हिंदुस्तान जिंदाबाद, इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाते रहे। इस दौरान रजिया मंसूर ने हम पूरे देश की आवाज हैं और सरकार को हमारी बात सुननी ही होगी, क्योंकि सेक्यूलर समाज हमारे साथ खड़ा है। मरयम राशिद और जेबा ने कहा कि देश की बेटियां संविधान की रक्षा के लिए सड़क पर उतर आई है। इसलिए सरकार नारी शक्ति को हलके में लेने की भूल न करें। सना ने कहा कि नापाक मंसूबों को पूरा करने के लिए कुछ ताकतें लगातार साजिश रच रही हैं। देशभर में सीएए के विरोध में चलने वाले विरोध प...
नारी शक्ति को हल्के में न ले सरकार
देवबंद (सहारनपुर)। नागरिकता संशोधन कानून, एनपीआर और प्रस्तावित एनआरसी के विरोध में महिलाओं का अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन 14वें दिन भी जारी रहा। इस दौरान महिलाओं ने कहा कि सरकार नारी शक्ति को हलके में लेने की भूल न करे।
रविवार को छुट्टी होने के चलते ईदगाह मैदान में लोगों की भारी भीड़ जमा रही। लोग रुक रुककर हिंदुस्तान जिंदाबाद, इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाते रहे। इस दौरान रजिया मंसूर ने हम पूरे देश की आवाज हैं और सरकार को हमारी बात सुननी ही होगी, क्योंकि सेक्यूलर समाज हमारे साथ खड़ा है। मरयम राशिद और जेबा ने कहा कि देश की बेटियां संविधान की रक्षा के लिए सड़क पर उतर आई है। इसलिए सरकार नारी शक्ति को हलके में लेने की भूल न करें। सना ने कहा कि नापाक मंसूबों को पूरा करने के लिए कुछ ताकतें लगातार साजिश रच रही हैं। देशभर में सीएए के विरोध में चलने वाले विरोध प...
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रविवार को छुट्टी होने के चलते ईदगाह मैदान में लोगों की भारी भीड़ जमा रही। लोग रुक रुककर हिंदुस्तान जिंदाबाद, इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाते रहे। इस दौरान रजिया मंसूर ने हम पूरे देश की आवाज हैं और सरकार को हमारी बात सुननी ही होगी, क्योंकि सेक्यूलर समाज हमारे साथ खड़ा है। मरयम राशिद और जेबा ने कहा कि देश की बेटियां संविधान की रक्षा के लिए सड़क पर उतर आई है। इसलिए सरकार नारी शक्ति को हलके में लेने की भूल न करें। सना ने कहा कि नापाक मंसूबों को पूरा करने के लिए कुछ ताकतें लगातार साजिश रच रही हैं। देशभर में सीएए के विरोध में चलने वाले विरोध प...