चमोली: ऋषिगंगा में आई जल प्रलय के बाद राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है। रेस्क्यू टीमें लगातार जुटी हुई हैं, वहीं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी लगातार प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं और हालातों का जायजा ले रहे हैं।
उत्तराखंड पुलिस ने ऋषिगंगा प्राकृतिक आपदा में लापता व्यक्तियों की राज्यवार सूची जारी की है। बचाव और खोज अभियान लगातार जारी है।
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गौरतलब है कि, चीन सीमा से सटे चमोली जिले के रैणी गांव के समीप बीते रविवार को ऋषिगंगा और धौलीगंगा में उफान आ गया था। केदारनाथ जल प्रलय के बाद ये दूसरी बड़ी दुर्घटना है, जिसमें मलबायुक्त पानी ने भारी तबाही मचाई। इसमें 13 मेगावाट का ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट तबाह हो गया, जबकि 520 मेगावाट का तपोवन-विष्णुगाड प्रोजेक्ट का बैराज क्षतिग्रस्त हो गया। इसके अतिरिक्त जोशीमठ-मलारी हाईवे पर रैणी स्थित चीन सीमा को जोड़ने वाले पुल समेत पांच पुल टूट गए थे। मलारी हाईवे पर पुल बह जाने के बाद 13 गांव अलग-थलग पड़े हैं। इन गांवों मे हेलीकॉप्टर के जरिए रसद पहुंचाई जा रही है। आईटीबीपी के करीब 50 जवान रसद पहुंचाने में लगे हुए हैं। मुख्यमंत्री ने भी प्रभावित लोगों की समस्याओं की जानकारी ली और अधिकारीयों को कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।