Friday, May 9News That Matters

कोरोना काल में ग्रामीणों को मनरेगा से मिली राहत, 225 करोड़ मजदूरी में खर्च

देहरादूनः कोरोना काल के बीच बड़ी और राहत भरी खबर मिली है। महामारी के बीच मनरेगा के जरिए उत्तराखंड की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिए गांवों में 450 करोड़ रुपया पहुंचा है। साथ ही 1 लाख से ज्यादा प्रवासी योजना से भी जुड़े हैं। ये आंकड़ा पिछले 4 महीने का है। इस राशि में 225 करोड़ रुपये मजदूरी में दी गई है।

 


उत्तराखंड में इस बार का मनरेगा बजट लगभग 700 करोड़ रुपये का है। कोरोना संक्रमण के बाद लॉकडाउन-2 में 22 अप्रैल से मनरेगा के तहत काम शुरू किया गया था। पिछले 4 महीने में ही करीब 450 करोड़ रुपये खर्च किया जा चुका है।

 

तीन सितंबर तक प्रदेश में एक लाख से ज्यादा नए पंजीकरण इस योजना के तहत हुए है। मनरेगा के नोडल अधिकारी मोहम्मद असलम के मुताबिक इसमें से 99 प्रतिशत प्रवासी ही हैं। इसमें से  लगभग 83 हजार ऐसे हैं, जिन्होंने किसी न किसी रूप में मनरेगा में काम करके मजदूरी भी हासिल की है।

 

आपको बता दें कि इस योजना के तहत अब तक कुल मिलाकर 6.75 लाख लोगों को काम दिया जा चुका है। सबसे ज्यादा काम टिहरी में किया गया, जहां 1.15 लाख लोगों ने इस योजना का लाभ लिया।

 

दूसरे नंबर पर पौड़ी है जहां करीब 85 हजार लोगों ने मनरेगा के तहत काम किया। इन लोगों ने 10 दिन से लेकर 15 दिन तक का काम किया। कुल मिलाकर मजदूरी पर मनरेगा के तहत करीब 225 करोड़ रुपये खर्च हुए।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *