सामान्यरूप से निरंतर चल रही बदरीनाथ धाम यात्रा। 19 नवंबर को श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल हेतु बंद होंगे।

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उत्तराखंड चारधाम यात्रा  2022

 

• सामान्यरूप से निरंतर चल रही बदरीनाथ धाम यात्रा। 19 नवंबर को श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल हेतु बंद होंगे।

 

• आज तक 16 लाख 80 हज़ार पहुंचे बदरीनाथ धाम।

 

•   साढ़े तैतालीस लाख से अधिक  पहुंची चारधाम यात्रियों की संख्या।

• हेमकुंट साहिब लोकपाल तीर्थ को मिलाकर छयालीस लाख से अधिक पहुंची तीर्थयात्रियों की संख्या।

 

• चारों धामों में से श्री केदारनाथ, श्री गंगोत्री, श्री यमुनोत्री के कपाट शीतकाल काल हेतु बंद हो चुके है।

 

देहरादून   30अक्टूबर ।   चारधाम यात्रा  शनै शनै समापन की ओर बढ़ रही है।  चारों धामों में  साढे़ तैतालीस लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने दर्शन किये तथा हेमकुंट साहिब लक्ष्मण मंदिर को मिला कर तीर्थयात्रियों की  यह संख्या छयालीस लाख से अधिक पहुंच गयी।

इस यात्रावर्ष  श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर शनिवार को शीतकाल हेतु बंद हो जायेंगे।

चारो धामों में से श्री केदारनाथ धाम के कपाट तथा यमुनोत्री धाम के कपाट 27 अक्टूबर तथा 26 अक्टूबर को गंगोत्री धाम के कपाट बंद हो गये है।

श्री बदरीनाथ धाम में  श्रद्धालु  निरंतर  पहुंच रहे है। आज तक   1680775

(सोलह लाख अस्सी  हजार सात  सौ पिच्चतर) तीर्थयात्री  बदरीनाथ धाम पहुंच गये है। वर्ष 2019 में इस दो  दशकों में सर्वाधिक 10 लाख 40 हजार श्रद्धालु बदरीनाथ धाम पहुंचे थे।

 

इसी तरह श्री केदारनाथ धाम में इस यात्रा वर्ष 1563278 तीर्थ यात्री पहुंचे हैं। यमुनोत्री धाम में 485688 तथा गंगोत्री धाम में 624516 तीर्थयात्री पहुंचे।

जबकि वर्ष 2019 में केदारनाथ धाम में 10 लाख, यमुनोत्री साढे पांच लाख, गंगोत्री 4 लाख 66 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने दर्शन किये थे।

यात्रा वर्ष 2019 में हेमकुंट साहिब को मिलाकर कुल 32 लाख तीर्थयात्री चारधाम पहुंचे थे।

इस यात्रा वर्ष में साढे़ तैतालीस लाख तीर्थयात्री अभीतक  चार धाम पहुंचे हैं। हेमकुंट साहिब को मिलाकर यह संख्या छयालीस लाख पहुंच गयी है जो अभी तक रिकार्ड है।

मानसून के प्रभाव से यात्रा में कमी देखी गयी थी।   पुनः यात्रियों की संख्या बढ़ गयी थी। बदरीनाथ धाम में आज मौसम सामान्य रहा  है। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर  शिरोबगड़ में राष्ट्रीय राज मार्ग सुचारू है।

शिरोबगड़,लामबगड़ एवं पागलनाला जैसे   भूस्खलन जोन  आजकल शांत हो गये हैं। फलस्वरूप यात्रा सुचारू है।

प्राप्त  आंकड़ों के अनुसार श्री बदरीनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि  8 मई  से  आज तक 1680775  तीर्थयात्री धाम पहुंच गये। श्री केदारनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि 6 मई  27 अक्टूबर कपाट बंद होने तक  1563278 तीर्थयात्री केदारनाथ पहुंचे।

इसमें हेलीकॉप्टर से पहुंचे 151795 तीर्थयात्री भी शामिल हैं।

श्री यमुनोत्री धाम कपाट खुलने की तिथि 3 मई से कपाट बंद होने की तिथि 27 अक्टूबर  तक 485688  तथा श्री गंगोत्री धाम कपाट खुलने की तिथि  3 मई से कपाट बंद होने की तिथि 26 अक्टूबर  तक  624516 तीर्थयात्री श्री गंगोत्री धाम पहुंचे।

अभी तक  श्री बदरीनाथ-केदारनाथ पहुंचनेवाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या का योग-3244053 है ।

इस यात्रा वर्ष श्री यमुनोत्री -गंगोत्री पहुंचे कुल तीर्थ यात्रियों की संख्या 1110204 रही।‌ आज तक उत्तराखंड चारधाम पहुंचे संपूर्ण तीर्थयात्रियों की संख्या  4354257 (  तैतालीस लाख चौवन हजार दो  सौ सत्तावन  ) है।  रविवार शाम  तक  श्री बदरीनाथ 4305 श्रद्धालु  पहुंचे। कपाट खुलने की तिथि 22 मई से कपाट बंद की तिथि 10 अक्टूबर  तक  श्री गुरूद्वारा हेमकुंट साहिब एवं लोकपाल तीर्थ  पहुंचे तीर्थ यात्रियों की संख्या 24700 रही है।

प्रदेश सरकार, पुलिस-प्रशासन, आपदा प्रबंधन, एसडीआरएफ, उत्तराखंड पर्यटन, बदरी-केदार मंदिर समिति द्वारा यात्रियों से  अपील की जा रही है  कि मौसम के अलर्ट सहित  बारिश- भूस्खलन तथा सड़कों की स्थिति के अनुसार यात्रा मार्गों पर आगे बढ़े। अधिक बारिश होने पर सुरक्षित स्थानों में रूक जाये। रात्रि के समय यात्रा में सावधानी रखें।

उत्तराखंड सरकार ने यात्रियों की सुविधा-सुरक्षा हेतु तीर्थयात्रियों के पंजीकरण को अनिवार्य किया है तीर्थयात्री उत्तराखंड पर्यटन की वेबसाइट से घर बैठे आनलाइन पंजीकरण के अलावा  हरिद्वार ऋषिकेश के अलावा भी चारधाम के सभी  फिजीकल रजिस्ट्रेशन काउंटरों पर फोटोमेट्रिक आनलाईन रजिस्ट्रेशन  कर सकते है।

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने  उपरोक्त जानकारी देते हुए बताया कि चारधाम तीर्थयात्रियों के आंकड़े श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति/ पुलिस- प्रशासन/ आपदा प्रबंधन   / गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब प्रबंधन ट्रस्ट  के सहयोग से  लोकसूचनार्थ  तथा मीडिया तक  चारधाम यात्रा संबंधित आंकड़ों की जानकारी  पहुंचाने के मद्देनजर जारी किये  गये हैं।

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