नई शिक्षा नीति में उत्कृष्ट शिक्षा सुधारों के लिए निशंक सम्मानित
कैंब्रिज शैक्षिक भागीदारी – केम्ब्रिज विश्वविद्यालय द्वारा डॉ निशंक को शैक्षिक सुधारों के लिए सम्मानित किया गया | डॉ निशंक को यह सम्मान नई दिल्ली में उनके आवास पर आयोजित किए गए वर्चुअल कार्यक्रम में प्रदान किया गया | कैंब्रिज विश्वविद्यालय के वैश्विक प्रबंध निर्देशक श्री राड स्मिथ लंबें समय पश्चात भारतीय शिक्षा प्रणाली में आए सुधारात्मक बदलावों की प्रशंसा करते हुए डॉ निशंक के प्रयासों को परिवर्तनकारी बताया|
उन्होंने आगे बताया कि डॉ निशंक के सुधारात्मक नेतृत्व में भारतीय शिक्षा प्रणाली व्यवस्थित सुसंगत एवं लचीली बनेगी |
भारत की शैक्षिक श्रेष्ठता के विषय में बताते डॉक्टर स्मिथ ने कहा कि भारत पूरतंकल काल से ही प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों का घर रहा है
सम्पूर्णा विश्व को अंकगणित और त्रिकोण मिती भारत से ही प्राप्त हुई
कैंब्रिज के एशिया प्रभारी श्री गोविंदन द्वारा शिक्षा मंत्रालय द्वारा शिक्षा नीति के निर्माण के दौरान की गई प्रत्येक हित धारक से व्यापक परामर्श प्रक्रिया की सराहना की गई|
सम्मान स्वीकार करते हुए डॉ निशंक ने कहा कि नई शिक्षा नीति प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के विकासवादी विज़न का परिणाम है| डॉ निशंक ने कहा की सभी हितधारकों की प्रतिभागिता का परिणाम यह है की प्रत्येक हित घारक स्वयं को नीति से जुड़ा महसूस करता है | उन्होंने कहा नयी शिक्षा नीति मानवीय मूल्यों को समाहित करते ज्ञात शारीरिक एवं मानसिक विकास को सुनिश्चित करेगी
उन्होंने बताया कि केम्ब्रिज विश्वविद्यालय भारत में शैक्षिक उत्कृष्टता हेतु अनेक योजनाओं पर काम कर रहा है
कैंब्रिज के प्रति आभार प्रकट करते हुए डॉ निशंक ने बताया कि देश की शिक्षा नीति भारत में नए युग का सूत्रपात करेगी | गुणवत्ता परक नवाचार युक्त शिक्षा प्रणाली समानता , समावेशिता , पहुँच के सिद्धान्तों पर निर्मित हुई है जिसका मुख्य लक्ष्य विद्याथी का सम्पूर्ण विकास सुनिश्चित करना है | डॉ निशंक ने कैंब्रिज विश्वविद्यालय द्वारा भारत में अधिगम आधारित शिक्षा क्षेत्र में सहयोग के लिए आभार जताया |
इस अवसर पर अरविंदो सोसाइटी के सचिव श्री विजय पोद्दार, कैंब्रिज के एशिया प्रभारी श्री गोविंदन एवं श्रीमती प्रीति, एचडीएफसी बैंक की समूह अध्यक्ष श्रीमती आशिया, अरविंदो सोसाइटी शिक्षा प्रमुख संभ्रांत शर्मा के अतिरिक्त कई गण्यमान्य शिक्षाविद मौजूद थे|