रोडवेज ने कंडम बसों की नीलामी शुरू कर दी है। रूट पर चलने में अक्षम इन बसों को बेचकर हासिल होने वाले पैसों से निगम की स्थिति सुधारी जाएगी। हर डिपो में पहले ही आदेश जारी कर कंडम बसों का आंकड़ा मांगा गया था। मुख्यालय स्तर से टेंडर होने के बाद गौलापार में ठेकेदार द्वारा इन बसों रखा जा रहा है। एक साथ देने की बजाय निगम टुकड़ों में बस दे रहा है। ताकि पैसे भी मिलते रहे। फिलहाल रोडवेज की सौ बसों की नीलामी होनी है।


उत्तराखंड परिवहन निगम में पहाड़ और मैदानी मार्ग पर चलने वाली बसों का किमी दायरा अलग होता है। पहाड़ पर अवधि पूरी करने वाली गाडिय़ों को कुछ समय तक मैदान में भी चलाया जाता है। हालांकि, यह अधिकांश लोकल रूट होते हैं। वहीं, अवधि पूरी होने पर बसों को डिपो में खड़ा कर दिया जाता है। सौ बसों से कम होने पर ज्यादातर नीलामी नहीं की जाती है। वहीं, हाल में निगम ने नीलामी को लेकर आदेश जारी किया था। अब यह प्रक्रिया शुरू कर दी गई।