ख़बर है कि चुनाव जीतने के बाद दिल्ली में अजय टम्टा ने सीएम धामी से मुलाकात कर अपनी बात रखी थी. और टम्टा को मिला धामी का साथ..
ख़बर है कि चुनाव जीतने के बाद दिल्ली में अजय टम्टा ने सीएम धामी से मुलाकात कर अपनी बात रखी थी.
और टम्टा को मिला धामी का साथ..
उत्तराखंड की राजनीति में ब्राह्मण-ठाकुर वाला फैक्टर तों हमेशा से हीं हावी रहा है लेकिन बीजेपी ने दलित समाज / और ओबीसी को भी हमेशा सदैव साथ लेकर चला है.. यानी सबका साथ सबका विकास... और सबका नेतृत्व
भाजपा ने पहले मुख्यमंत्री पद के लिए किसी 'ठाकुर' पर विश्वास जताया मतलब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
और 'ब्राह्मण' के लिहाज़ से देखा जाए तो प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट इस समय ब्राह्मण है और राज्यसभा सांसद को अपनी पसंद माना है. राज्य में पिछले 24 साल से यही ट्रेंड देखने को मिला है. सूबे में चुनाव कोई भी रहा हो, समीकरण कितने भी बदले हों, लेकिन सत्ता की कमान ठाकुर और ब्राह्मण के हाथ में ही रही.. इस पहाड़ी राज्य में लगभग 40 फीसदी ठाकुर हैं तो वहीं 30 फीसदी ब्राह्मण मतदा...