
पहाड़ की 71 वर्षीय बीजा देवी ऐसे दे रही बड़े-बड़े विशेषज्ञों को भी मात, जानिए कौन है ये …
नाम बीजा दीदी, उम्र 71 साल। उम्र के इस पड़ाव में भी एक ही चिंता कि उत्तराखंड में पारंपरिक फसलों की अनदेखी हो रही है। खासकर, इनके बीज बचाने के मामले में। खेती-किसानी के पारंपरिक ज्ञान को आगे बढ़ने का हथियार बनाकर 26 साल तक बीजों के संरक्षण में जुटी रहीं बीजा देवी पढ़ी-लिखी तो नहीं हैं, मगर पारंपरिक बीजों के मामले में वह विशेषज्ञों को भी मात देती हैं।
प्रसिद्ध पर्यावरणविद् डा. वंदना शिवा की संस्था नवधान्या से जुड़कर उन्होंने पर्वतीय क्षेत्र की विभिन्न फसलों की करीब 500 किस्म के बीजों के संरक्षण में मुख्य भूमिका निभाई। नतीजतन, उन्हें नाम मिला बीजा दीदी। वह कहती हैं कि पहाड़ की परिस्थितियों के अनुसार खेती में पारंपरिक बीजों को तवज्जो मिलनी चाहिए। इसके लिए बीजों का संरक्षण बेहद आवश्यक है। इससे खाद्य सुरक्षा की दिशा में तो नए आयाम जुड़ेंगे ही, आबोहवा भी सशक्त बनी रहेगी।
मूल रूप से टिहरी ज...