
पहाड़ में इंजीनियरिंग के उस्ताद हुए लाचार तो पहुंचे मां धारी देवी के दरबार, पढ़े NH-58 का पूरा सच
श्रीनगर: उत्तराखंड में इन दिनों बारिश, भूस्खलन और बादल फटने से जगह-जगह तबाही के साथ सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो रही हैं. बारिश और भूस्खलन का सबसे ज्यादा प्रभाव उत्तराखंड के सबसे ज्यादा व्यस्त और महत्वपूर्ण ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पड़ रहा है. यहां अनेक स्थानों पर बार-बार लैंडस्लाइड होने से इंजीनियर भी हार मान चुके हैं. थक-हारकर इंजीनियर ने मां धारी देवी की शरण ली है.
ये है पूरा मामला
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता बीएल मिश्रा धारी देवी मंदिर पहुंचे. उन्होंने वहां पूजा-अर्चना की. मां धारी देवी को प्रसाद चढ़ाया. दरअसल नरकोटा में कई दिन तक पहाड़ी से मलबा आकर सड़क बंद हो जा रही थी. मजदूर जैसे ही सफाई करते फिर से मलबा आकर सड़क ब्लॉक कर देता. इसके बाद इंजीनियर साहब को मां धारी देवी की ही याद आई. इंजीनियरों के भगवान की शरण में जाने का ये पहला मामला नहीं है.
तोता घाटी की कट...