
अंदर की बात : कही ऐसा तो नही की जो सीएम नही बन पाए वही लोग डॉ निधि उनियाल मामले को उलझा रहे थे..! धामी समय पर एक्शन ना लेते तो सरकार और खुद मुख्यमन्त्री की फ़जीहत तय थी..!
मुख्यमंत्री धामी ने भले ही तत्काल प्रभाव से दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय की वरिष्ठ महिला चिकित्सक डॉ निधि उनियाल के अल्मोड़ा मेडिकल कालेज संबद्धीकरण आदेश को निरस्त करने के निर्देश दिये ओर
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के लिए मुख्य सचिव डॉ एसएस संधू को निर्देश दे डाले हो
पर सवाल यही उठ रहा है कि आखिर इस मामले को तूल देने वाला कोन था..
ओर क्या किसी मंत्री या नेता के कहने पर पांडये जी ने तत्काल तबादला पत्र भी जारी कर डाला!! या बात कुछ और हे
बहराल सूत्र कहते है कि inside स्टोरी ये निकल कर बाहर आ रही है कि धामी सरकार की या कहे मुख्यमंत्री धामी की बढ़ती लोकप्रियता के ग्राफ पर हमला करने के उद्देश्य से इस मामले को उलझाया जा रहा रहा था ताकि ये प्रकरण भी फटी जींस जैसे विवादित बयान( पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ के समय की बात है ) तरह देश विदेश तक फैल जाए ओर मुख्यमंत्री धाम...