उत्तराखंड में आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर शासन प्रशासन ने कार्य तेज कर दिया है। बदरीनाथ-केदारनाथ सहित चारधाम यात्रा पर जाने वाले प्रत्येक श्रद्धालु को फोटोमीट्रिक पंजीकरण कराना अनिवार्य रहेगा। गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार ने यात्रा से जुड़े विभागीय अधिकारियों को 31 मार्च तक सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद करने के निर्देश दिए हैं। गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार ने सिलसिलेवार विभागीय अधिकारियों से व्यवस्थाओं को अमलीजामा पहनाने पर चर्चा की।
उन्होंने लोनिवि को बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में पड़ी बर्फ को हटाने, जल संस्थान को यात्रा रूट पर पानी की टंकियों की मरम्मत, रंग-रोगन और क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों को ठीक करने, बीआरओ और एनएचएआई को यात्रा के दौरान राष्ट्रीय राजमार्गों को गड्ढा मुक्त किए जाने के साथ डामरीकरण करने सहित धामों के आसपास खाली भूमि पर पार्किंग की व्यवस्था के निर्देश दिए।
कोविड गाइडलाइन का पालन कराने के साथ गढ़वाल आयुक्त ने 31 मार्च तक यात्रा रूट पर पेयजल, विद्युत, स्वास्थ्य, सफाई आदि की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया। अप्रैल के पहले सप्ताह में सभी तैयारियों की समीक्षा की जाएगी। इस मौके पर अपर आयुक्त नरेंद्र सिंह क्विरियाल, डीआईजी रेंज केएस नगन्याल, एसएसपी हरिद्वार योगेंद्र सिंह रावत, डीएम हरिद्वार विनय शंकर पांडेय, एडिशनल एसपी पौड़ी मनीषा जोशी, एसपी चमोली श्वेता चौबे, एसपी उत्तरकाशी प्रदीप रायआदि मौजूद रहे।
फोटोमीट्रिक पंजीकरण कराना अनिवार्य होगा
कोरोना संकट के चलते बीते दो साल से प्रभावित चारधाम यात्रा इस साल सुचारु होगी। चारधाम यात्रा पर जाने वाले प्रत्येक श्रद्धालु को फोटोमीट्रिक पंजीकरण कराना अनिवार्य रहेगा। दो साल से बंद चल रहा ऋषिकेश के चारधाम यात्रा टर्मिनल कंपाउंड में स्थित फोटोमीट्रिक पंजीकरण केंद्र 15 अप्रैल तक खुल जाएगा।