डेमोग्राफिक असंतुलन फैलाने की कोशिशों पर सीधा प्रहार

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में धर्म की आड़ में किए जा रहे अवैध कब्जों और असंवैधानिक गतिविधियों पर सबसे बड़ी कार्रवाई हुई है। देहरादून में अब तक 43 से अधिक अवैध रूप से संचालित मदरसों को सील किया गया है, जो इस बात का प्रमाण है कि धामी सरकार उत्तराखंड के मूल स्वरूप की रक्षा के लिए कोई समझौता नहीं करेगी।
सीएम धामी पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि उत्तराखंड की संस्कृति, परंपरा और भूगोल से छेड़छाड़ किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने प्रशासन को खुली छूट दी है कि जो भी धर्म की आड़ में अवैध गतिविधियों को अंजाम देगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए वह भी बिना किसी दबाव के। इस सख्त संदेश का असर यह हुआ है कि प्रशासन को पूरी छूट मिली है और उत्तराखंड में डेमोग्राफिक असंतुलन फैलाने की कोशिशों पर सीधा प्रहार हो रहा है।
*43 से अधिक मदरसों पर ताला, बड़ी साजिश का पर्दाफाश*
देहरादून प्रशासन ने बड़े पैमाने पर अभियान चलाकर विकासनगर में 31, सदर में 9 और डोईवाला में 3 अवैध मदरसों को सील किया है। खुफिया रिपोर्टों में भी यह सामने आया है कि पछवादून क्षेत्र में मुस्लिम आबादी असामान्य गति से बढ़ी है, जिससे डेमोग्राफिक बदलाव की साजिश की आशंका जताई जा रही थी। धामी सरकार ने इस खतरे को भांपते हुए निर्णायक कदम उठाया और अवैध कब्जों पर बुलडोजर चलाकर स्पष्ट संदेश दिया कि उत्तराखंड में अब कोई भी अवैध गतिविधि पनपने नहीं दी जाएगी।
सीएम पुष्कर सिंह धामी के इस ऐतिहासिक फैसले को लेकर प्रदेश के कई संगठनों और जनसमूहों ने खुलकर समर्थन जताया है। धामी सरकार की इस सख्त कार्रवाई को उत्तराखंड की सांस्कृतिक और भौगोलिक अस्मिता की रक्षा के लिए जरूरी कदम बताया जा रहा है।
धामी सरकार का स्पष्ट संदेश है कि उत्तराखंड में अवैध कब्जों और डेमोग्राफिक बदलाव की साजिशें अब नहीं चलेंगी। जो भी प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत से छेड़छाड़ करेगा, उसे कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहना होगा। धर्म की रक्षा और प्रदेश की अस्मिता बचाने के लिए सीएम धामी की यह मुहिम जारी रहेगी।