श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल एण्ड हैल्थ साइंसेज (एसजीआरआरआइएमएण्डएचएस) की चिकित्सा शिक्षा इकाई (मेडिकल एजुकेशन यूनिट) के द्वारा सोमवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का शीर्षक ‘असैस्मैंट टूल-एम सी क्यू‘ था

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एसजीआरआरआइएमएण्डएचएस में
‘असैस्मैंट टूल-एम सी क्यू‘ पर कार्यशाला

श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल एण्ड हैल्थ साइंसेज (एसजीआरआरआइएमएण्डएचएस) की चिकित्सा शिक्षा इकाई (मेडिकल एजुकेशन यूनिट) के द्वारा सोमवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का शीर्षक ‘असैस्मैंट टूल-एम सी क्यू‘ था

कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए एस जी आर आर आई एम एण्ड एच एस के प्राचार्य प्रो0 डाॅं0 राम कुमार वर्मा ने कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाएं आयोजित करवा के मेडिकल काॅलेज की चिकित्सा शिक्षा इकाई फेकल्टी डाॅक्टरों व अध्ययनरत छात्र-छात्राओं का ज्ञानवर्धन व चिकित्सा जगत में हो रही नवीन प्रगति से भी अवगत करवाता है।

कार्यशाला में प्रतिभागियों को जानकारी देते हुए एसजीआरआरआइएमएण्डएचएस की चिकित्सा शिक्षा इकाई के समन्वयकों डाॅं0 प्रो0 पुनीत ओहरी व डाॅं0 प्रो0 अंजलि चैधरी एवम् कार्यशाला की आयोजन सचिव डाॅं0 प्रो0 मेघा लूथरा ने बताया कि एस जी आर आर आई एम एण्ड एच एस की चिकित्सा शिक्षा इकाई चिकित्सा शिक्षा के नवीन पाठ्यक्रम व अत्याधुनिकीकरण के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि कार्यशाला का शीर्षक ‘असैस्मैंट टूल-एम सी क्यू‘ है जिसका अर्थ मल्टीपल चाॅयस क्यूशनस (एम सी क्यू) यानि बहुविकल्पीय प्रश्नों का असैस्मैंट टूल अर्थात मूल्यांकन माध्यम के रूप में उपयोग करना व उनका महत्व समझाना है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के प्रत्येक क्षेत्र में बहुविकल्पीय प्रश्न महत्वपूर्ण व अनिवार्य हैं। चिकित्सा शिक्षा (मेडिकल एजुकेशन) भी इससे अछूता नहीं है। उन्होंने कहा कि बहुविकल्पीय प्रश्नों का निर्माण बुद्धिजीवियों द्वारा छात्र-छात्राओं के ज्ञान व प्रतिभा का सटीक आंकलन करने के लिए किया जाता है। बहुविकल्पीय प्रश्नों को व्यवहारिक रूप से छात्र-छात्राओं के समक्ष रखना वर्तमान चिकित्सा शिक्षा का नया आयाम है जिसका पालन विश्व भर में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला का उद्देश्य चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र के शिक्षकों (फैकल्टी) में बहुविकल्पीय प्रश्नों के निर्माण, उन्हें माध्यम से मेडिकल छात्र-छात्राओं के सही ज्ञान का आंकलन कहने हेतु कौशल विकसित करना है।
कार्यशाला में सी0एम0सी0 लुधियाना से आये हुए अतिथि वक्ताओं डाॅं0 दिनेश कुमार बदियाल, डाॅं0 मोनिका शर्मा व डाॅं0 अंजलि जैन ने बहुविकल्पीय प्रश्नों से संबन्धित ज्ञानवर्धन किया व प्रतिभागियों के प्रश्नों के उत्तर दे उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया। कार्यशाला में एसजीआरआरआइएमएण्डएचएसएस से 30 से अधिक वरिष्ठ फैकल्टी सदस्यों ने प्रतिभाग किया। धन्यवाद ज्ञापन डाॅं0 प्रो0 अंजलि चैधरी के द्वारा दिया गया। कार्यशाला को लेकर फैकल्टी सदस्यों में खासा उत्साह देखने को मिला।

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