प्रदेश के सभी 70 विधायक मतदान के लिए अधिकृत थे, लेकिन 67 विधायकों ने ही अपने मत का प्रयोग किया। तीन विधायक वोट डालने नहीं पहुंच सके।
राष्ट्रपति चुनाव में उत्तराखंड से 70 विधायकों में से 67 ने मतदान किया। सरकार में कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास, कांग्रेस विधायक तिलकराज बेहड़ व राजेंद्र भंडारी वोट देने नहीं पहुंचे। मतदान समाप्ति के बाद मतपेटी को सील बंद कर कड़ी सुरक्षा में विमान से दिल्ली भेज दिया गया है।
सोमवार को विधानसभा भवन के द्वितीय तल में रूम नंबर 321 में सुबह 10 बजे मतदान शुरू हुआ। चुनाव के लिए भाजपा की ओर से विधायक खजान दास व अनिल नौटियाल और कांग्रेस की ओर से विधायक ममता राकेश को एजेंट बनाया गया। विधानसभा सचिव एवं सहायक रिटर्निंग आफिसर मुकेश सिंघल की देेखरेख में मतदान हुआ।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी 10.15 बजे विधानसभा पहुंच कर मतदान किया। भाजपा विधायकों में मतदान को लेकर काफी उत्साह दिखा लेकिन अस्वस्थ होने के कारण कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास अपना वोट नहीं डाले पाए।
वहीं किच्छा कांग्रेस विधायक तिलकराज बेहड़ भी अस्वस्थ होने से मतदान करने नहीं पहुंचे। बदरीनाथ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक राजेंद्र भंडारी भी अनुपस्थित रहे। शाम पांच बजे तक भाजपा के 46, कांग्रेस के 17, बसपा के दो और दो निर्दलीय विधायकों ने मतदान किया। भाजपा, बसपा और निर्दलीय विधायकों ने राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू को समर्थन दिया है।