उत्तरी हरिद्वार की सूखी नदी में जंगल से बरसाती पानी का तेज बहाव आने से एक कार बह गई। कार में चंबा टिहरी गढ़वाल का परिवार अपने एक दिवंगत स्वजन का अंतिम संस्कार करने खड़खड़ी श्मशान घाट आया था। गनीमत रही कि कार में कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था। पुलिस ने कई घंटे मशक्कत के बाद क्रेन की मदद से कार को नदी से निकाला।
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पुलिस के मुताबिक, प्रदीप रमोला निवासी चंबा टिहरी गढ़वाल अपने ससुर का अंतिम संस्कार करने आये थे श्मशान आने वाले ज्यादातर लोग नदी में ही अपने वाहन खड़े करते हैं। वहीं, स्थानीय ट्रैवल्स कारोबारियों के वाहन भी नदी में खड़े रहते हैं। सोमवार सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे तेज बारिश आने पर जंगल की तरफ से अचानक बरसाती पानी का तेज बहाव आ गया। जो लोग अपने वाहनों के आस-पास मौजूद थे, उन्होंने आनन-फानन में वाहन हटा लिए। लेकिन प्रदीप रमोला व उनका परिवार श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार में व्यस्त था, इसलिए नदी में खड़ी उनकी कार बहने लगी।
प्रत्यक्षदर्शियों ने शोर मचाया, पर कोई भी व्यक्ति कार के पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा सका। चंद मिनट में ही कार बहकर गंगा की धारा में पहुंच गई। सूचना पर खड़खड़ी पुलिस चौकी से एक टीम मौके पर पहुंची और जानकारी जुटाई। इसके बाद कार निकालने के लिए रेस्क्यू शुरू किया गया। पुलिस ने करीब तीन घंटे की जद्दोजहद कर क्रेन की मदद से कार निकाल ली। शहर कोतवाल राजेश साह ने बताया कि बरसाती नदी में अचानक पानी का सैलाब आने से कार बह गई है। कार को निकाल लिया गया है।