उत्तराखंड के वैज्ञानिकों ने की बड़ी खोज… इस दुर्लभ सुपरनोवा से खुलेगें ब्रह्मांड के रहस्य…. जानिए क्या है ये…
भारतीय शोधकर्ताओं ने एक अत्यंत उज्जवल और हाइड्रोजन की कमी के साथ तेजी से उभरने वाले सुपरनोवा का पता लगाया है जो एक अति-शक्तिशाली चुंबकीय क्षेत्र के साथ एक अनोखे न्यूट्रॉन तारे से ऊर्जा लेकर चमकता है। ऐसी प्राचीन आकाशीय पिंडों के गहन अध्ययन से प्रारंभिक ब्रह्मांड के रहस्यों की जांच करने में मदद मिल सकती है।
इस प्रकार के सुपरनोवा को सुपरल्यूमिनस सुपरनोवा (एसएलएसएनई) कहा जाता है जो काफी दुर्लभ होते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वे आम तौर पर बहुत बड़े तारों (न्यूनतम द्रव्यमान की सीमा सूर्य के 25 गुना से अधिक) से उत्पन्न होते हैं और हमारी आकाशगंगा अथवा आसपास की आकाशगंगाओं में ऐसे विशाल तारों का वितरण काफी विरल है। उनमें एसएलएसएनई-1 स्पेक्ट्रोस्कोपिक तौर पर अब तक पुष्टि की गई लगभग 150 आकाशीय पिंडों में शामिल है। ये प्राचीन पिंड सबसे कम समझे जाने वाले सुपरनोवा में शामिल हैं क्योंकि उनके अंतर्निह...
