
त्रिवेंद्र तेरे राज में सूर्यधार जैसी बनेगी आठ झीलें युवाओं को मिलेगा रोजगार
उत्तराखण्ड में बनेंगी सूर्यधार जैसी आठ झीलें
सूर्यधार झील ! यानि बरसाती नदी को बहुपयोगी और सदा नीरा बनाने की एक सफल कोशिश। इस झील के बन जाने से न सिर्फ पेयजल और सिंचाई के पानी की समस्या दूर होगी बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। यदि झील से बिजली उत्पादन में सफलता मिली तो वो किसी बोनस से कम नहीं होगा। इन सबसे हटकर एक और बात सामने आई है कि सूर्यधार जैसे झीलों के निर्माण से सम्बंधित घाटी के इकोसिस्टम में भी बदलाव लाया जा सकता है। इन सब फायदों को देखते हुए त्रिवेन्द्र सरकार ने अब राज्य के 8 और स्थानों पर नई झील बनाने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत अपने पैतृक गांव खैरासैंण जो कि पौड़ी जिले की पूर्वी नयार घाटी में स्थित है, में अपना बचपन बिता चुके हैं। कहीं न कहीं उन्हें इस बात का भान रहा कि नदियों का पानी दिन-ब-दिन कम क्यों होता जा रहा है। मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने...