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श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के नाक कान गला रोग विभाग के डॉक्टरों ने एक 11 साल के बच्चे के गले से सीटी निकलाी है।परिजनों ने डॉक्टरों व अस्पताल का जताया आभार ऑपरेशन के बाद बच्चा स्वस्थ, अस्पताल से छुट्टी मिली

श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में डॉक्टरों ने 11 वर्षीय बच्चे
की सांस नली में 9 महीने से फंसी सीटी निकाली

परिजनों ने डॉक्टरों व अस्पताल का जताया आभार

ऑपरेशन के बाद बच्चा स्वस्थ, अस्पताल से छुट्टी मिली

देहरादून

श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के नाक कान गला रोग विभाग के डॉक्टरों ने एक 11 साल के बच्चे के गले से सीटी निकलाी है। खेल खेल में बच्चे ने प्लास्टिक की सीटी निगल ली थी। सीटी बच्चे की सांस नली में फंस गई थी। नौ महीने से सीटी बच्चे की सांस नली व फेफडे के बीच में फंसी हुई थी।
नाक कान गला रोग विभाग के डॉक्टरों ने बच्चे की दूरबीन विधि से सफल सर्जरी की। ऑपरेशन के बाद बच्चा ठीक है व बच्चे को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।

मोरी उत्तरकाशी निवासी 11 वर्षीय बच्चे ने करीब नौ महीने पहले खेल खेल में सीटी निगल ली थी। परिजनों को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी।
जब बच्चे को लगातार खांसी रहने लगी तो परिजन बच्चे को चिकित्सकीय परामर्श के लिए श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के शिशु रोग विभाग में लेकर आए। शिशु रोग विभाग के डॉक्टरों ने नाक कान गला रोग विभाग के डॉक्टरों से परामर्श किया। ईएनटी सर्जन डॉ अपूर्व कुमार पाण्डे व साथी डॉक्टरों के टीम ने दिनांक 30 अप्रैल 2022 शनिवार को बच्चे की ईएनटी सर्जरी कर सीटी को बाहर निकाला।
बच्चे के परिजनों ने ईएनटी के डॉक्टरों की टीम व श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल को हार्दिक बधाई दी व आभार जताया।
शिशु रोग विभाग से डॉ नितेश कुमार का सहयोग रहा। ईएनटी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ त्रिप्ती ममगाईं व ईएनटी विभाग के प्रोफेसर डॉ अरविंद वर्मा का विशेष सहयोग रहा। ऑपरेशन टीम में डॉ निधि, एनेस्थैटिस्ट, डॉ ऋषभ डोगरा, डॉ अकांक्षा, डॉ तूबा, डॉ साहिल दीप शामिल रहे।

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