
चमोली में फरवरी में क्यों आई थी बाढ़?.. तपोवन विष्णुगाड तक 50 मिनट में कैसे पहुंचा जलप्रलय….. वैज्ञानिकों ने किया बड़ा खुलासा
उत्तराखंड के चमोली ज़िले में फरवरी में जो भीषण बाढ़ आई थी, उसके कारण का खुलासा भारतीय जिओलॉजिकल सर्वे ने अपनी रिपोर्ट में कर दिया है. इस रिपोर्ट के मुताबिक रौंठी गाद की बाईं घाटी में चट्टान और बर्फ का एक भारी टुकड़ा टूटकर ऋषिगंगा वैली में गिरा था, जिसके कारण ऋषिगंगा नदी में भीषण बाढ़ की स्थिति बनी थी. दर्जनों जानें लेने वाली इस बाढ़ के कारण रैनी के पास ऋषिगंगा हाइडेल प्रोजेक्ट सहित एनटीपीसी के निर्माणाधीन तपोवन विष्णुगढ़ हाइडेल प्रोजेक्ट को भी भारी नुकसान हुआ था
जीएसआई के जीएचआरएम केंद्र के निदेशक सैबाल घोष के मुताबिक भारी हिमस्खलन के चलते यह घटना हुई थी. इस स्खलन के दौरान करीब 400m x 700m x 150m आकार के बर्फीले चट्टानी हिस्से ऋषिगंगा नदी की सहायक नदी रौंठी गाद में जा गिरे थे. घोष के हवाले से पीटीआई ने रिपोर्ट किया कि इतने बड़े टुकड़े के बहुत ऊंचाई से नदी में जा गिरने की रफ्तार इतनी थी ...