मोदी धामी की हामी के बाद
रामनगर में जी-20 सम्मेलन
विश्व स्तर पर पहचान बनाएगा अपना रामनगर धन्यवाद धामी जी..

उत्तराखंड में मंगलवार से शुरू होने वाली जी 20 देशों के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकारों की गोलमेज बैठक के लिए तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। 28 से 30 मार्च तक समिट का आयोजन होना है। इसमें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से संबंधित आपसी हित के मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इस तीन दिवसीय जी-20 बैठक में 13 देशों के वैज्ञानिक भाग लेंगे, उनका स्वागत करने के लिए कुमाऊं क्षेत्र में नैनीताल जिले का रामनगर शहर पूरी तरह से सजधज के तैयार है। विभिन्न देशों के वैज्ञानिक और भारतीय अधिकारी निकटवर्ती पंतनगर हवाई अड्डे पहुंचेंगे
वहां उत्तराखंड सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मेहमानों का स्वागत उत्तराखंडी टोपी पहनाकर करेंगे..

उत्तराखंड के अधिकारियों ने बताया कि रामनगर शहर में जी-20 सम्मेलन की तैयारियों के लिए धामी सरकार ने रामनगर नगर निगम को 1.6 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी है।

बैठक में भारत छह बिंदुओं पर प्राथमिकता से चर्चा करेगा, ताकि विदेशी प्रतिनिधि भारत की मंशा को अच्छी तरह से जान सकें। केंद्रीय मंत्री कहा कि इन छह बिंदुओं में पहला- हरित, विकास,जलवायु, वित्त और जीवन, दूसरा- त्वरित समावेशी और लचीला विकास, तीसरा- सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) पर प्रगति में तेजी लाना, चौथा- तकनीकी परिवर्तन और डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, पांचवा- 21वीं सदी के लिए बहुपक्षीय संस्थान तथा छठा- महिलाओं के नेतृत्व में विकास है।

बता दे कि इस सम्मेलन में कई वैश्विक संस्थाएं भाग लेंगी जिनमें संयुक्त राष्ट्र,u अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व स्वास्थ्य संगठन, विश्व व्यापार संगठन, विश्व श्रम संगठन, वित्तीय स्थिरता बोर्ड, एशियाई विकास बैंक और कनेक्शन फॉर इकोनामिक कोऑपरेशन एंड डेवलपमेंट शामिल हैं। जी 20 सम्मेलन के आयोजित होने को गर्व का विषय बताते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि बैठक में जी 20 देशों के अलावा, भारत के मित्र देश जैसे बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात के प्रतिनिधि भी शामिल हो रहे हैं..

रामनगर में आयोजित गोलमेज बैठक का उद्देश्य जी 20 के सदस्य देशों के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकारों और उनके समकक्षों के साथ-साथ आमंत्रित देशों को एक साथ लाना है। इससे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से संबंधित महत्वपूर्ण वैश्विक नीतिगत मुद्दों पर विचार-विमर्श कर सहयोग की रूपरेखा विकसित की जा सकेगी।.. आपको बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं पिछले हफ़्तों से लगातार जी 20 कि तैयारियों में लगे अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश देते हुए समीक्षा बैठक कर रहे थे .
.. वही सूत्र कहते हैं कि पीएम मोदी से मुख्यमंत्री धामी ने अनुरोध किया था कि नैनीताल जिले के रामनगर मैं इस कार्यक्रम को कराया जाय ओर बातचीत हुई थी…. क्योंकि राज्य के हर क्षेत्र में कहीं ना कहीं कुछ बड़े कार्यक्रम होते ही रहते हैं.. लेकिन रामनगर में आज तक कुछ नहीं हुआ था.. जिसके बाद मुख्यमंत्री धामी के अनुरोध पर.. रामनगर में जी-20 सम्मेलन हो रहा हे इसे मुख्यमंत्री की बड़ी पहल हम कह सकते हैं
वही मुख्यमंत्री धामी कहते है कि उत्तराखण्ड की विश्व स्तर पर पहचान बनाने का अवसर है
जी 20 बैठक..

.मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कही बार जी 20 बैठक की आयोजन व्यवस्थाओं की समीक्षा कर चुके है और अफसरों को उचित दिशा निर्देश भी दे चुके हैं
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि
जी 20 की राज्य में आयोजित होने वाली बैठकों से विश्व स्तर पर उत्तराखण्ड की पहचान बनने का अच्छा अवसर है मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत पर्यटन एवं जैव विविधता से पूरे विश्व को परिचित कराने का भी यह अवसर है साथ ही उत्तराखण्ड के स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का भी यह अच्छा अवसर है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर ही जी-20 की बैठकों में आयोजन स्थल पर उत्तराखण्ड के स्थानीय उत्पादों पर आधारित स्टॉल लगाये जा रहें है उत्तराखण्ड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जा रहें है आयोजन स्थल पर योग एवं पंचकर्म की व्यवस्था होंगी.. और उत्तराखंड की तरक्की के लिए रामनगर में हो रहा जी-20 सम्मेलन एक बड़ा पायदान होगा.. जो मुख्यमंत्री की एक बड़ी पहल है .

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