उत्तराखं चुनाव-2022 के लिए बीजेपी प्रत्याशियों पर बुधवार को फैसला होगा। नई दिल्ली में केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड में सभी सीटों के लिए भेजे गए पैनल पर चर्चा होगी और उसके बाद उपयुक्त प्रत्याशी पर मुहर लग जाएगी। पार्टी नेताओं का कहना है कि गुरुवार को पार्टी की पहली सूची आने की उम्मीद है। 2022 के विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा की ओर से प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है और इसी के तहत बुधवार को नई दिल्ली में पार्टी के केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक बुलाई गई है।
इस बैठक के दौरान राज्य की सभी 70 सीटों पर दावेदारों का आंकलन किया जाएगा। दरअसल भाजपा की राज्य चुनाव संचालन समिति की ओर से सभी सीटों के लिए तीन नामों के पैनल हाई कमान को भेजे गए हैं। रायसुमारी और पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के बाद तीन सबसे उपयुक्त दावेदारों का चयन हर सीट के लिए किया गया है। इन्हीं में से अब प्रत्याशियों का चयन किया जाना है।

 

 

दो सूची जारी कर सकती है भाजपा
भाजपा सूत्रों ने बताया कि बुधवार को केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक के बाद भाजपा प्रत्याशियों की एक सूची गुरुवार तक जारी कर सकती है। इस सूची में उन सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान किया जाएगा जहां पर दावेदारों को लेकर कोई विवाद नहीं है और प्रत्याशियों का ऐलान महज एक औपचारिता है। ऐसी सीटों की संख्या पार्टी पदाधिकारियों की ओर से 40 से 45 मानी जा रही है। इसमें मुख्यमंत्री, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के अलावा कैबिनेट मंत्रियों और लगातार चुनाव जीत रहे विधायकों की सीटें शामिल हैं।

कुछ सीटों पर माथापच्ची की नौबत

भाजपा के सूत्रों ने बताया कि 25 से 30 सीटों पर भाजपा को प्रत्याशियों के चयन को लेकर काफी माथा पच्ची करनी पड़ सकती है। इनमें वह सीटें भी शामिल हैं जहां पर मौजूदा विधायकों के टिकट काटे जाने हैं या फिर उम्मीदवार बदले जाने हैं। इसके साथ ही डॉ हरक सिंह रावत को पार्टी से निष्कासित किए जाने के बाद कुछ सीटें ऐसी हैं जहां असर पड़ सकता है। साथ ही हरक सिंह रावत के कुछ करीबी विधायकों पर भी भाजपा की नजर है। ऐसे में इन सीटों को लेकर भी विशेष सतर्कता बरते जाने की चर्चा है। कांग्रेस के प्रत्याशी तय होने के बाद इन सीटों का ऐलान हो सकता है।

भाजपा पार्ल्यामेंट्री बोर्ड की बैठक से पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अमित शाह के साथ सभी नेताओं की एक दौर की बैठक हो चुकी है। भाजपा की ओर से 50 नामों पर पूरी सहमति बन चुकी है। लेकिन 20 सीटें ऐसी हैं जिसमें 3 से ज्यादा उम्मीदवारों का पैनल है जिस पर आज हरी झंडी लगने की उम्मीद है। ऐसा नहीं है कि भाजपा पहले एक सूची जारी करेगी और जिन टिकटों पर सहमति नहीं है उनकी सूची बाद में आएगी। गुरुवार को सभी 70 प्रत्याशियों का ऐलान एक ही सूची में हो सकता है

 

 

 

भाजपा पहले 25 से 30 सीटिंग विधायकों के टिकट काटने की बात कह रही थी लेकिन बदली परिस्थितियों में अब ये बहुत ज्यादा संभव नहीं है। यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं । ऐसे में पार्टी को इन दोनों सीटों से नए विकल्प के बारे में चर्चा करनी है। देहरादून के कैंट विधानसभा से सीटिंग विधायक हरबंस कपूर के निधन के बाद इस सीट पर भी पार्टी को नए तरीके से विचार करना है। पार्टी से निष्कासन के बाद हरक सिंह रावत की कोटद्वार विधानसभा सीट पर भी पार्टी को नए प्रत्याशी का चयन करना है। गंगोत्री के सीटिंग विधायक गोपाल रावत के निधन के बाद पार्टी को इस सीट पर भी नए प्रत्याशी का चयन करना है।

 

 

भाजपा के कई सीटिंग विधायक नॉन परफॉर्मेंस के दायरे के अंदर हैं । जिनको लेकर प्रदेश भाजपा ने भी टिकट काटे जाने का प्रस्ताव दिया है। भाजपा के कई विधायकों के स्वास्थ्य कारण से भी उनकी टिकट काटे जाने की संभावना है। जिन विधायकों का टिकट काटा जाएगा उन्हें मनाने के लिए सांसदों को जिम्मेदारी दी गई है पार्टी यह नहीं चाहती है कि किसी भी सीट पर कोई विधायक निर्दलीय रूप में चुनाव लड़े जिससे पार्टी को बड़ा नुकसान हो।

 

पार्टी के पार्लियामेंट्री बोर्ड की बुधवार को नई दिल्ली में बैठक होनी है जिसमें प्रत्याशियों के चयन को लेकर चर्चा होनी है। राज्य की ओर से सभी सीटों के लिए पैनल बनाकर भेजा जा चुका है। गुरुवार तक पार्टी के प्रत्याशियों का ऐलान होने की पूरी उम्मीद है।
मदन कौशिक, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा

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