चुनाव प्रचार को धार देने के लिए गृहमंत्री अमित शाह देहरादून के रायपुर में जनसभा को संबोधित करने पहुंच गए हैं। इस दौरान उन्होंने सबसे पहले देरी से पहुंचने के लिए लोगों से माफी मांगी। कहा कि मौसम के कारण देरी हुई है।
शाह ने कहा कि मैं तो गुजरात से आता हूं। वहां एक भी घर ऐसा नहीं होगा जो देवभूमि न आया होगा। वहां के लोग पीतल की लुटिया में गंगोत्री से जल न लेकर गया हो। देवभूमि की बात याद आते ही छोटे से छोटे बच्चे को चारधाम और हेमकुंड साहिब याद आ जाता है।
जब भी देश की सुरक्षा की बात आती है। किसी भी सीमा पर चले जाओ, उत्तराखंड और पंजाब से बेटे जाकर माँ भारत की सेवा करते हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि यूपी में दूसरी पार्टियों का सूपड़ा साफ होगा और यहां भी कमल खिलेगा।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में लॉकडॉन के अलावा कोई रास्ता नहीं था। कोई दवाई नहीं बनी हुई थी। मजबूरी में लगाया गया, लेकिन गरीब लोगों को लेकर तमाम तरह की अफवाह थी। कहते थे कि लोग कोरोना से नहीं भूख में मर जाएंगे।
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने दो साल तक 80 करोड़ लोगों को खाना देने का काम किया है। कहा कि लोग आजकल उत्तराखंड में आ जाते हैं पिकनिक मनाने।