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उत्तराखंड

राज्य सरकार संकट की घड़ी में पत्रकारों के साथ – दून अस्पताल में भर्ती वरिष्ठ पत्रकार मोहन भुलानी से सीएम धामी ने मुलाकात कर जताया सहयोग

राज्य सरकार संकट की घड़ी में पत्रकारों के साथ – दून अस्पताल में भर्ती वरिष्ठ पत्रकार मोहन भुलानी से सीएम धामी ने मुलाकात कर जताया सहयोग

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राज्य सरकार संकट की घड़ी में पत्रकारों के साथ – दून अस्पताल में भर्ती वरिष्ठ पत्रकार मोहन भुलानी से सीएम धामी ने मुलाकात कर जताया सहयोग मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने दून अस्पताल में भर्ती वरिष्ठ पत्रकार श्री मोहन भुलानी का हालचाल जाना           मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को राजकीय दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय पहुंचकर वहां भर्ती वरिष्ठ पत्रकार श्री मोहन भुलानी से भेंट की और उनका कुशलक्षेम जाना।   मुख्यमंत्री ने श्री भुलानी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए डॉक्टरों से उनके स्वास्थ्य की स्थिति की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने परिजनों से भी मुलाकात कर उनका हालचाल पूछा और उन्हें हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।   मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पत्रकारों के योगदान को सदैव सम्मान की दृष्टि से देख...
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी को ऑनलाइन सर्वे में 79% मत – बाकी सभी मुख्यमंत्रियों को पीछे छोड़ा

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी को ऑनलाइन सर्वे में 79% मत – बाकी सभी मुख्यमंत्रियों को पीछे छोड़ा

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उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी को ऑनलाइन सर्वे में 79% मत – बाकी सभी मुख्यमंत्रियों को पीछे छोड़ा ऑनलाइन सर्वे में जनता की पहली पसंद सीएम धामी   टाइम्स ग्रुप ने सोशल मीडिया साइट "एक्स" और व्हाट्सएप कम्युनिटी में कराया सर्वे   आपदा प्रभावित राज्यों में सीएम धामी ने किया सबसे अच्छा काम       देश के आपदा प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के कामकाज पर आयोजित टाइम्स ग्रुप के सर्वे में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शीर्ष स्थान हासिल किया है। देश के आपदा प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के प्रदर्शन को लेकर नवभारत टाइम्स ने हाल ही में एक ऑनलाइन सर्वे कराया। सवाल था “आपदा प्रभावित राज्यों में सबसे बेहतर काम करने वाले मुख्यमंत्री कौन हैं?” इस सर्वे में चार नाम शामिल थे उमर अब्दुल्ला, सुखविंदर सिंह सुक्खू, पुष्कर सिंह धामी ...
श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल: स्वास्थ्य, शिक्षा और सेवा का अद्वितीय मेल

श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल: स्वास्थ्य, शिक्षा और सेवा का अद्वितीय मेल

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श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल: स्वास्थ्य, शिक्षा और सेवा का अद्वितीय मेल उत्तराखण्ड का गौरव: एसजीआरआर मेडिकल कॉलेज श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की एमबीबीएस सीटें 200 हुईं ऽ राज्य का सबसे बड़ा मेडिकल कॉलेज बना श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज ऽ पर्याप्त क्लीनिकल मैटीरियल, छात्र-छात्राओं को सीखने के लिए अत्याधिक मरीजों की संख्या ऽ उत्कृष्ट इंफ्रास्ट्रक्चर, श्रेष्ठ फैकल्टी और अत्याधुनिक शोध सुविधाओं के बल पर मिली ऐतिहासिक उपलब्धि देहरादून। उत्तराखण्ड की स्वास्थ्य सेवाओं और चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में गर्व का क्षण है। श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज (एसजीआरआरआईएमएण्डएचएस) की एमबीबीएस सीटें अब बढ़कर 200 हो गई हैं। नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने एसजीआरआर मेडिकल कॉलेज श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की एमबीबीएस सीटों को 150 से बढ़ाकर ...
राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश स्वयं मुख्यमंत्री धामी ने दिए और ग्राउंड जीरो पर जाकर व्यवस्थाओं की निगरानी की।      

राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश स्वयं मुख्यमंत्री धामी ने दिए और ग्राउंड जीरो पर जाकर व्यवस्थाओं की निगरानी की।    

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  राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश स्वयं मुख्यमंत्री धामी ने दिए और ग्राउंड जीरो पर जाकर व्यवस्थाओं की निगरानी की।     देवभूमि उत्तराखंड, जो अपनी अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता और आस्था से जुड़ी पहचान के लिए जानी जाता है, हाल के वर्षों में कई प्राकृतिक आपदाओं का सामना कर चुका है। बाढ़, भूस्खलन और बादल फटने जैसी घटनाओं ने राज्य के विकास और जनजीवन पर गहरी छाप छोड़ी है, लेकिन इन चुनौतियों के बीच भी एक नई उम्मीद जन्म ले रही है। यह उम्मीद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मजबूत केमिस्ट्री से पैदा हुई है, जिसे देशभर में आपदा प्रबंधन का नया मॉडल कहा जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड से गहरा भावनात्मक रिश्ता है। वे कई बार सार्वजनिक मंचों से ‘देवभूमि’ के प्रति अपने विशेष लगाव को जता चुके हैं। केदारनाथ पुनर्निर्माण स...
मुख्यमंत्री ने कहा मानसून अवधि में राज्य को अतिवृष्टि के कारण भूस्खलन, बाढ और जल भराव की गंभीर समस्याओं से जूझना पड़ता है   

मुख्यमंत्री ने कहा मानसून अवधि में राज्य को अतिवृष्टि के कारण भूस्खलन, बाढ और जल भराव की गंभीर समस्याओं से जूझना पड़ता है  

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  मुख्यमंत्री ने कहा मानसून अवधि में राज्य को अतिवृष्टि के कारण भूस्खलन, बाढ और जल भराव की गंभीर समस्याओं से जूझना पड़ता है मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से राज्य में आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने आई भारत सरकार की अन्तर-मंत्रालयी टीम ने भेंट की। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड आपदा की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील राज्य है। मानसून अवधि में राज्य को अतिवृष्टि के कारण भूस्खलन, बाढ और जल भराव की गंभीर समस्याओं से जूझना पड़ता है। उन्होंने कहा कि भूस्खलन से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों को मिलकर पूर्वानुमान प्रणाली को और अधिक विकसित करने की दिशा कार्य करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष अत्यधिक वर्षा के कारण राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में काफी नुकसान हुआ है। जनहानि के साथ ही परिसंपत्तियों को भी अत्यधिक क्षति पहॅुंची है। उन्होंने कहा कि र...
मुख्यमंत्री धामी की जीरो टॉलरेंस नीति के आगे अवैध निर्माण धराशायी         

मुख्यमंत्री धामी की जीरो टॉलरेंस नीति के आगे अवैध निर्माण धराशायी      

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मुख्यमंत्री धामी की जीरो टॉलरेंस नीति के आगे अवैध निर्माण धराशायी     मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सख्त निर्देशों पर उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी की अगुवाई में मसूरी- देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) ने अवैध प्लॉटिंग और नियम विरुद्ध निर्माण के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया है। बीते एक माह के भीतर प्राधिकरण ने लगभग 150 बीघा अवैध प्लॉटिंग को ध्वस्त कर दिया और ऋषिकेश सहित विभिन्न स्थानों पर एक दर्जन से अधिक बहुमंजिला इमारतों समेत दर्जनों निर्माणों को सील किया है। *कहाँ-कहाँ हुई बड़ी कार्रवाई* डोईवाला के झाबरावाला में 18 बीघा, रानीपोखरी के डांडी गांव में 10 से 12 बीघा, भानियावाला के बक्सारवाला में 25 बीघा और देहरादून के हरिद्वार रोड (साईं मंदिर के निकट) में 40 बीघा अवैध प्लॉटिंग को ध्वस्त किया गया। इसके अतिरिक्त शीशमबाड़ा क्षेत्र में 10 बीघा और रूपन...
उत्तराखंड की हवा हुई और भी साफ — पीछे है मेहनत, नेतृत्व है मुख्यमंत्री धामी का      

उत्तराखंड की हवा हुई और भी साफ — पीछे है मेहनत, नेतृत्व है मुख्यमंत्री धामी का    

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  उत्तराखंड की हवा हुई और भी साफ — पीछे है मेहनत, नेतृत्व है मुख्यमंत्री धामी का   उत्तराखंड ने स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2025 में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। यह सर्वेक्षण पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEF&CC) द्वारा राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP) के अंतर्गत आयोजित किया गया था। राज्य के तीन प्रमुख शहर — देहरादून, ऋषिकेश और काशीपुर — ने अपनी रैंकिंग में महत्वपूर्ण सुधार दर्ज किया है, जो राज्य में वायु गुणवत्ता प्रबंधन की बढ़ती सफलताओं को दर्शाता है। इस वर्ष के सर्वेक्षण में, देहरादून ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 2024 में 37वें स्थान से 2025 में 19वें स्थान पर छलांग लगाई है। ऋषिकेश ने भी बेहतरीन प्रगति करते हुए पिछले वर्ष के 31वें स्थान से बढ़कर 2025 में 14वां स्थान हासिल किया है। वहीं, काशीपुर ने भी स्थिर प्रदर्शन दिखाते हुए 2024 के 19वें स्था...
डीएम सविन बंसल ने सेंटर में उपलब्ध कराई गई सुविधाओं का जायजा लिया और बच्चों की देखभाल एवं पोषण व्यवस्था की जानकारी प्राप्त करते हुए  सेंटर को हाईटैक बनाने के निर्देश दिए      

डीएम सविन बंसल ने सेंटर में उपलब्ध कराई गई सुविधाओं का जायजा लिया और बच्चों की देखभाल एवं पोषण व्यवस्था की जानकारी प्राप्त करते हुए  सेंटर को हाईटैक बनाने के निर्देश दिए    

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  डीएम सविन बंसल ने सेंटर में उपलब्ध कराई गई सुविधाओं का जायजा लिया और बच्चों की देखभाल एवं पोषण व्यवस्था की जानकारी प्राप्त करते हुए  सेंटर को हाईटैक बनाने के निर्देश दिए   जिलाधिकारी सविन बसंल ने आज सर्वे चैक अवस्थित डे-केयर-सेंटर का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखी। इस दौरान उन्होंने सेंटर में उपलब्ध कराई गई सुविधाओं का जायजा लिया और बच्चों की देखभाल एवं पोषण व्यवस्था की जानकारी प्राप्त करते हुए  सेंटर को हाईटैक बनाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि नौनिहाल हमारे समाज के सूद हैं और न इनको सुरक्षित एवं शिक्षा का माहौल देने  के लिए प्रशासन प्रतिबद्ध है। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि शहर के बीचो-बीच बने इस डे-केयर-सेंटर को आधुनिक सुविधासम्पन्न बनाना है, जिससे शहर के कामकाजी अभिभावक महिलाएं इसका लाभ ले सके। उन्होंने सेन्टर में स्मार्ट टीवी, बच्चों हेतु ज्ञान वर्धक ...
विश्वविद्यालय के प्रेसीडेंट श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज जी ने  विश्वविद्यालय समूह के सभी संस्थानों से अपील की कि वे राहत कार्यों में अधिक से अधिक सहयोग करें      

विश्वविद्यालय के प्रेसीडेंट श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज जी ने विश्वविद्यालय समूह के सभी संस्थानों से अपील की कि वे राहत कार्यों में अधिक से अधिक सहयोग करें    

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  विश्वविद्यालय के प्रेसीडेंट श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज जी ने विश्वविद्यालय समूह के सभी संस्थानों से अपील की कि वे राहत कार्यों में अधिक से अधिक सहयोग करें   उत्तराखण्ड की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और बार-बार आने वाली आपदाओं ने पहाड़ के लोगों की जीवन-यात्रा को हमेशा चुनौतीपूर्ण बनाया है। ऐसे समय में जब पहाड़ संकट की घड़ी से गुजर रहा हो, समाज के विभिन्न वर्गों से मिली मानवीय सहायता पीड़ितों के लिए संबल बन जाती है। श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय ने एक बार फिर इस संवेदनशील परंपरा को आगे बढ़ाते हुए बसुकेदार (रुद्रप्रयाग) आपदा पीड़ितों के लिए राहत सामग्री भेजी है। गुरुवार को विश्वविद्यालय के सलाहकार विपिन चन्द्र घिल्डियाल और कुलसचिव डॉ. लोकेश गंभीर ने राहत सामग्री से लदे वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। राहत सामग्री से भरे वाहनों में खाद्यान्न, दवाइयां और दैनिक जीव...
ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना के अंतर्गत 13 जनपदों की 300 महिलाओं को जोड़ा गया रेशम उत्पादन से : गणेश जोशी   

ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना के अंतर्गत 13 जनपदों की 300 महिलाओं को जोड़ा गया रेशम उत्पादन से : गणेश जोशी  

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  ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना के अंतर्गत 13 जनपदों की 300 महिलाओं को जोड़ा गया रेशम उत्पादन से : गणेश जोशी   कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि राज्य में रेशम कीट बीज उत्पादन कार्यों को गति देते हुए विभाग ने उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। गत वर्ष में विभाग द्वारा 312 मीट्रिक टन शहतूत कोया, 55,352 ओकटसर कोया तथा 10 हजार किग्रा एरी रेशम कोये का उत्पादन किया गया, जिससे लगभग 9 हजार कृषक परिवार लाभान्वित हुए। उन्होंने बताया कि राज्य निर्माण से अब तक रेशम विभाग कीटबीज उत्पादन के लिए केन्द्रीय रेशम बोर्ड, भारत सरकार पर निर्भर था, जिस पर भारी धनराशि खर्च करनी पड़ती थी। लेकिन वर्तमान में विभाग ने बसंत फसल में ही 7 लाख डीएफएल्स का उत्पादन कर आत्मनिर्भरता प्राप्त कर ली है। अब उत्तराखण्ड अन्य राज्यों को भी कीटबीज की आपूर्ति करने में सक्षम है। विभागीय...